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PM Kisan samman nidhi yojna : 2024 तक किसानों की दोगुनी हो जाएगी आमदनी

Haryana Update: केंद्रीय मंत्री ने बताया किस प्रकार बढाई जाए किसानों की आमदनी
 
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Haryana Update:PM Narendra Modi:केंद्र सरकार लगातार प्रयास में लगी हुई है कि देश के 14 करोड़ से ज्‍यादा क‍िसानों की आमदनी बढ़ाने के ल‍िए क्या कुछ किया जाए। इसके मद्देनजर रखते हुए मोदी सरकार की तरफ से क‍िसानों के ल‍िए कई महत्‍वपूर्ण योजनाएं भी शुरू की गई हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब किसानों की सहायता के लिए अनेक तरह की सुविधआएँ शुरु की है। पीएम क‍िसान सम्‍मान न‍िध‍ि (PM Kisan Samman Nidhi)को सरकार की सबसे महत्‍वाकांक्षी योजना माना  जाता है।

 इसके अलावा सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री बीमा फसल योजना, पशुपालन को बढ़ावा देने के ल‍िए तमाम योजनाएं और क‍िसान क्रेड‍िट कार्ड के जर‍िये सुलभता से लोन म‍िलने जैसी सुव‍िधाएं शाम‍िल हैं। पीएम मोदी जी ने किसानों के लिए कई तरह के लोन की भी योजनाएँ शुरु की है। 

अभी भी शोध और मानकों पर ध्यान देने की जरूरत
सरकार की सभी योजनाओं का मुख्य उद्देश्य क‍िसानों की आमदनी को दोगुना होता है। इसी को ध्‍यान में रखते हुए कॉमर्स एवं इंडस्‍ट्री म‍िन‍िस्‍टर पीयूष गोयल ने एक्‍सपोर्ट को बढ़ावा देने के मकसद से मोटे अनाज के लिए नए बाजारों की तलाश करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए अभी और अध‍िक शोध और मानकों पर ध्यान देने की जरूरत है।

 मोटे अनाज पर एक इंटरनेशनल बायर-सेलर मीट‍िंग में उन्होंने कहा, 'हमें नए बाजारों और गंतव्यों की तलाश करनी चाहिए। नई किस्मों को लाने के लिए र‍िसर्च की जरूरत है। अभी भी और शोध करने की जरुरत है,जिससे कि 'क‍िसान क्रेड‍िट कार्ड के जर‍िये सुलभता से लोन म‍िलने जैसी सुव‍िधाएं शाम‍िल हैं।

मंत्री ने कही उधोगों की अधिक भागीदारी की बात
केंदीस मंत्री ने मोटे अनाज की उत्पादकता बढ़ाने पर ध्यान देने के अलावा उद्योग की अधिक भागीदारी की भी बात कही। मोटा अनाज खेती को आगे ले जाने के अलावा कार्बन उत्सर्जन कम करने में मददगार है। मोटे अनाज का न‍िर्यात बढ़ने पर क‍िसानों की भी आमदनी बढ़ना तय है।

 उन्होंने कहा, ‘आइए हम मोटे अनाज की वैश्विक राजधानी बनें.’ कार्यक्रम में बोलते हुए, वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा भारत से मोटे अनाज के निर्यात को बढ़ावा देने के ल‍िए अभी काफी गुंजाइश है। उन्होंने उम्‍मीद जताई, 'हम अगले दो से तीन साल में 1.5 करोड़ डॉलर से 100 अरब डॉलर का लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।'

भारत के साथ विदेशों में भी किया गया कार्यक्रम का आयोजन

उन्होंने कहा मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए भारत और विदेशों में कार्यक्रमों का आयोजन क‍िया जाएगा। आपको बता दें वैश्विक उत्पादन में करीब 41 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ भारत दुनियाभर में मोटे अनाज के प्रमुख उत्पादकों में से एक है। खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के अनुसार, साल 2020 में मोटे अनाज का वैश्विक उत्पादन तीन करोड़ 4.64 लाख टन का हुआ था. भारत की हिस्सेदारी एक करोड़ 24.9 लाख टन की थी। 

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