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Jukini Farming: कैसे और कब करें जुकीनी की खेती, जानें पूरी डिटेल

Jukini Farming: किसानों, आज हम जुकीनी की खेती के बारे में बात करेंगे क्योंकि यह ठंड के सीजन में अधिक लगाया जाता है और बहुत कम दिनों की फसल होती है। इस लेख में आज हम आपको जुकीनी खेती के बारे में बताएंगे, हम आपको जुकीनी की प्रमुख वैरायटी के नाम, उत्पादन, मूल्य, मंडी भाव, होने वाले खर्च और मुनाफा के बारे में पूरी जानकारी देंगे।

 
Jukini Farming

Jukini Farming: किसानों, आज हम जुकीनी की खेती के बारे में बात करेंगे क्योंकि यह ठंड के सीजन में अधिक लगाया जाता है और बहुत कम दिनों की फसल होती है। इस लेख में आज हम आपको जुकीनी खेती के बारे में बताएंगे, हम आपको जुकीनी की प्रमुख वैरायटी के नाम, उत्पादन, मूल्य, मंडी भाव, होने वाले खर्च और मुनाफा के बारे में पूरी जानकारी देंगे।

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जुकीनी खेती का क्या अर्थ है?
किसान भाइयो जुकीनी, जिसे बहुत लोग चप्पन कद्दू भी कहते हैं, गहरे हरे रंग की एक कद्दू वर्गीय फसल है, जो ज्यादातर ठंडे मौसम में बोया जाता है। कुछ प्रजातियों में गोलाकार फल भी होते हैं। फसल 80-85 दिनों की होती है।

जुकीनी की प्रमुख वैरायटी के नाम हैं: एंबेसडर (Ambassador), आठ बॉल (Eight Ball), गोल्ड रश (Gold Rush), चैंपियन (Champion) और ज़ुच्चिनी लॉन्ग (ZUCCHINI LONG). ये हाइब्रिड वैरायटी हैं और बहुत अच्छी पैदावार देते हैं।

जुकीनी की खेती, कब और कैसे करें, 2023: जुकीनी की खेती मेड बनाकर करें किसान भाइयो, जुकीनी की खेती हमेशा मेड़ो या कूडो पर करनी चाहिए, जिसकी मोटाई 1.5 से 2 फिट होती है और 20 से 25 सेंटीमीटर की ऊंचाई होती है ताकि पानी ऊपर नहीं आता।

इसमें बेड से पौधे की दुरी दो से तीन फिट और पौधे से पौधे की दुरी दो फिट रखी जाती है, जिससे पौधों का विकास बेहतर होता है।

पानी के संपर्क में आने से इसके तने को बचाना चाहिए। अगर पानी इसके तने और पत्तियों में आता है और थोड़ी देर तक रुकता रहता है, तो पौधे में फुन्गास रोग जल्दी फैलता है।

जुकीनी की खेती के लिए हल्की मिटटी सबसे अच्छी है बलुई और दोमट मिटटी में यह अच्छी तरह फल देती है

जुकीनी की खेती के बीज और बुवाई: एक एकड़ में 1 से 1.25 किलोग्राम बीज पर्याप्त होता है, और 10 ग्राम के पैकेट में आने वाले बीज आसानी से किसी भी कृषि केंद्र में पाए जा सकते हैं। 10 ग्राम के पैकेट में 50 से 60 बीज होते हैं, जिसकी किम्मत 80 से 100 रुपये के बीच होती है।

2023 में जुकीनी की खेती, कब और कैसे करें: जुकीनी की खेती अक्टूबर 15 से नवंबर तक की जा सकती है, जब तापमान 15 से 20 डिग्री सेल्सियस रहता है, तो जुकीनी अधिक फल देता है और बड़ा होता है।

जब आप जुकीनी की खेती करना चाहते हैं, तो गोबर की खाद या अच्छी वर्मी कम्पोस्ट का प्रयोग करें. इस फसल में बहुत अधिक रासायनिक खाद नहीं दिया जाना चाहिए।

जुकीनी की खेती से आसानी से 5 से 10 किलोग्राम उत्पादन मिलता है। जब जुकीनी के पौधे पर फूल बनना शुरू हो जाता है, तब कुवाड की मुल्चिंग कर दी जा सकती है। इसके फलों का वजन 700 ग्राम से 1 किलोग्राम तक होता है।

जुकीनी की खेती में रासायनिक खाद: 50 ग्राम DAP को 20 किलोग्राम पोटाश प्रति एकड़ की दर से इस्तेमाल कर सकते हैं; DAP में 18% नाइट्रोजन होता है, इसलिए नाइट्रोजन नहीं देना होगा। NPK 19 19 19 या फिर 13045 की 1 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से 100 लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करना बहुत अच्छा परिणाम देता है जब फसल 20 से 25 दिन की हो जाएगी। 40 दिनों के बाद अगले डोस को दोहराना होगा

1 एकड़ से जुकीनी की खेती से 1 लाख 25 हजार रुपये का मुनाफा मिलता है, अगर हमारा उत्पादन 25 हजार किलोग्राम था, तो हमारा मुनाफा 25 हजार रुपये से 5 गुना हो जाता है, इसलिए 1 किलोग्राम की किम्मत मंडी भाव में कम से कम 5 रुपये होता है।

जुकीनी की खेती में खर्चा जुकीनी की खेती में सबसे ज्यादा खर्चा बीज का आता है 10 ग्राम का पैकेट 80 रुपये में मिलता है, तो 1 किलो बीज 8000 रुपये का है। 1 एकड़ में लगभग 25,000 रुपये का पूरा खर्च आता है क्योंकि रासायनिक खाद और लेबर की लागत बीज से बहुत कम होती है। फिर भी आप इस फसल से आसानी से एक लाख रुपये बना सकते हैं

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