बद्रीनाथ में हेलीकाप्टरों से लिया गया,1000 रूपये ईको शुल्क
बद्रीनाथ जाने वाले व्यवसायिक हेलिकॉप्टरों से ईको-विकास शुल्क वसूला जाएगा और यह शुल्क बद्रीनाथ नगर पंचायत हेलीकाप्टर से हर फेरे में यह शुल्क वसूल करेगी.
बद्रीनाथ में 12 मार्च से नया नियम लागू किया गया. उन्होंने उसमें यह कहा है कि बद्रीनाथ जाने वाले व्यवसायिक हेलिकॉप्टरों से ईको-विकास शुल्क वसूला जाएगा और यह शुल्क बद्रीनाथ नगर पंचायत हेलीकाप्टर से हर फेरे में यह शुल्क वसूल करेगी.
बद्रीनाथ नगर पंचायत के अधिकारी सुशील पुरोहित ने पीटीआई-भाषा को बताया कि इसके लिए नियमों को नए तरीके से तैयार किया जा रहा है. पुरोहित ने यह भी बताया कि बद्रीनाथ जाने वाले हेलीकाप्टरों से हर फेरे के 1000 रूपये ईको शुल्क के रूप में लिए जायेगे.
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उन्होंने यह भी कहां कि ईको शुल्क को तीन साल पहले यानि की 2022 में शुरू किया गया था जिसमें बद्रीनाथ जाने वाले वाहनों से अलग-अलग श्रेणी का शुल्क वसूला जाता था.
पुरोहित ने यह भी कहा कि सड़क मार्ग से आने वाले यात्रियों से जो शुल्क पहले लिया जाता था उसमें 20 रूपये की बढ़ोतरी कर दी गयी है और हेलिकोप्तेरो को 1000 रूपये का शुल्क देना ही होगा.
कई यात्री एसे होते है जो सफाई की ओर बिलकुल ध्यान नहीं देते वो हमेशा हर जगह कूड़ा मचाते रहते हैं. इसलिए उन्होंने यह भी कहा कि यात्रियों को कूड़ा साथ में वापस ले जाने के लिए एक गार्बेज बैग भी दिया जाएगा.
उन्होंने इसमें एक और तरीका अपनाया की जो इन्सान गार्बेज बैग वापस नगर पंचायत को देकर जाएगा उसके शुल्क में से 20 रूपये उनको वापस लौटा दिया जाऐगे.
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वाहनों से 20 रूपये गार्बेज बैग का चार्ज किया जाएगा जब वह अपने वाहन का चार्ज देगे अगर वह लोग गार्बेज बैग वापस लौटा देते है तो उनको वो 20 रूपये वापस दे दिए जायेगे.
गार्बेज बैग देने की वजह सिर्फ और सिर्फ साफ़-सफाई है. अगर लोगों के पास गार्बेज बैग होगा तो वो अपना सारा कूड़ा उस बैग में ही डालेगे और अपने आस पास गंदगी नहीं फहलायेगे और इसी तरह साफ़ सफाई बनी रहेगी.