Big Breaking: हमले के बाद भीम आर्मी चीफ़ का बड़ा ब्यान: मैं डर चुका था, हमलावरों को नहीं देख पाया
Bhim Army Chief Attack: हरियाणा नंबर की कार से आए बदमाशों ने उनकी फॉर्च्यूनर कार पर चार गोलियां बरसाईं और भाग गए। हमले में आजाद को चोट लगी है। कमर में गोली के छर्रे हैं। उनका इलाज फिलहाल देवबंद के सरकारी अस्पताल में चल रहा है। इस हमले के बाद विपक्षी दल योगी सरकार पर हमला बोल रहे हैं, वहीं चंद्रशेखर आजाद ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन् होंने कहा, "मुझे याद नहीं है लेकिन मेरे लोगों ने उनकी पहचान की है।" उसकी कार आगे सहारनपुर की ओर चली गई। हम बाहर निकल गए। हमारी गाड़ी में सिर्फ पांच लोग थे। शायद हमारे साथी डॉक्टर को भी गोली मार दी गई हो।
आजाद ने बताया कि हमले के समय उनकी कार अकेली सड़क पर थी। हमारे काफिले में अन्य कारें भी थीं, लेकिन वे पीछे थे। मैं इस हादसे से बहुत डर गया था और स्थानीय प्रशासन और पुलिस से मदद मांगी थी। मेरे छोटे भाई और मैं घटना के समय पांच लोगों में सवार थे। शायद हमारे साथी डॉक्टर भी गोली लगी है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चंद्रशेखर आजाद दिल्ली से वापस आ रहे थे। रास्ते में हमलावरों की कार उनके पीछे लगी। उन्होंने देखा कि देवबंद में उनकी कार पर हमला हुआ।
सपा नेता शिवपाल यादव ने चंद्रशेखर आजाद पर हमले के बाद पहली बार प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन् होंने ट्वीट किया, "प्रदेश में अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि अराजक तत्व अपने सभी हदों व सरहदों को तोड़ने लगे हैं।" अब उत्तर प्रदेश में सत्ता और अपराधी दोनों विपक्ष को निशाना बना रहे हैं। प्रदेश के कानून व्यवस्था के लिए भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर हुआ जानलेवा हमला एक अलार्म है। सरकार, जाग जाओ!'
आजाद को पूरी तरह से सुरक्षित रखें: राष्ट्रवादी दल
राष्ट्रीय लोकदल, जयंत चौधरी की पार्टी, ने भी चंद्रशेखर आजाद पर हुए हमले की निंदा की है। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर, "चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला बेहद निंदनीय है।" ये उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था में गड़बड़ी और अराजकता का सबूत हैं। राष्ट्रीय लोकदल ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है और चंद्रशेखर आजाद को सुरक्षित रखने की मांग की है।'