NCR : NCR में सड़क सहित सात अवैध निर्माण बुलडोजर से ध्वस्त
Illegal Construction News: सरकार अब इन शहरों की अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई करेगी। इसलिए इन स्थानों पर तेज गतिविधि की गई। लेकिन लैंड माफिया (LAND MAFIA) अपनी हरकतों से नहीं आ रहे हैं बाज । नीचे खबर में मिलेगी इस बारे में अधिक जानकारी ।
Haryana Update: NCR के शहरों में अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर एक्शन आज भी जारी है। नियमित रूप से, प्रशासन इन कॉलोनियों में अवैध निर्माणों को बुलडोजर की मदद से ध्वस्त कर रहा है। इसके बावजूद, लैंड माफिया (LAND MAFIA) अभी भी अपना काम कर रहे हैं।
सोहना डीटीपी कार्यालय को अवैध कॉलोनी काटने की शिकायत मिलने पर सूचना दी गई। इसके बाद भी काम हुआ। गुरुवार को डीटीपी बिनेश कुमार, एफटी शुभम शर्मा और जीएमडीए के कार्यकारी अभियंता विक्रम सिंह गांव सिलानी पहुंचे।
कहा-कहा पर गयी थी टीम ?
सिलानी में टीम ने सबसे पहले ३ एकर ज़मीने पर बनी कॉलोनी पर कार्रवाई शुरू की। उस समय, छह डीपीसी सहित पूरा सड़क नेटवर्क ध्वस्त हो गया। इधर ही एक सरकारी स्कूल के पास पांच एकड़ पर बनी एक कॉलोनी के सड़क नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया गया।
HSVC एस्टेट ऑफिस(estate office)-2 के सर्वे ब्रांच(SURVEY BRANCH) ने सेक्टर-47 और 57 में रेजिडेंशियल प्लॉट्स (residential plots)पर अवैध कब्जे हटाए। लोग द्वारा झुग्गियों और टिन शेड बनाई हुए थे । SDEE सर्वे ज्ञान चंद सैनी ने बताया कि दो एकड़ से अधिक जमीन मुक्त कर दी गई है।
मसूरी के गंगनहर के पास बनी हुई कॉलोनी ढहाई गई, जबकि गाजियाबाद में जीडीए ने जेसीबी की सहायता से मसूरी गंगनहर के निकट बनाई गई अवैध कॉलोनी को ढहाया। कुछ लोगों ने इस दौरान विरोध प्रकट किया।मसूरी में गंगनहर के पास बनाई गई कॉलोनी ढहाई गई, जबकि गाजियाबाद में जीडीए ने जेसीबी की सहायता से मसूरी गंगनहर के पास बनाई गई अवैध कॉलोनी को ढहाया। कुछ लोगों ने इस दौरान विरोध प्रकट किया।टीम, प्रवर्तन जोन-5 के असिस्टेंट इंजीनियर (assistant engineer)योगेश कुमार पटेल के नेतृत्व में वरदा एनक्लेव नाम की अवैध कॉलोनी में पहुंची।
क्या-क्या चीज़ें की गई ध्वस्त?
अवैध निर्माण जैसे ऑफिस, घर, बाउंड्री वॉल और बिजली के खंभे आदि को पुलिस बल की मौजूदगी में टीम ने जेसीबी से हटवाया । इस समय जिन लोगों ने काम में बाधा डालने का सोचा था वह पुलिस की चेतावनी से शांत हो गए थे ध्वस्तिकरण से पहले ही सभी को जगह खाली करने की चेतावनी दे दी गई थी। इस दौरान जूनियर इंजीनियर परशुराम, योगेश कुमार और अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
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