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हरियाणा में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने की बहुत बड़ी लापरवाही! 70 हजार से अधिक परिवारों पर पड़ेगा भारी, अप्रैल का राशन अभी तक डिपो तक नहीं पहुंचा

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की लापरवाही के चलते जिले में करीब 70 हजार परिवारों को अब तक अप्रैल महीने का राशन नहीं मिल पाया है।जानिए पूरी अपडेट...
 
हरियाणा में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने की बहुत बड़ी लापरवाही! 70 हजार से अधिक परिवारों पर पड़ेगा भारी, अप्रैल का राशन अभी तक डिपो तक नहीं पहुंचा

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की लापरवाही के चलते जिले में करीब 70 हजार परिवारों को अब तक अप्रैल महीने का राशन नहीं मिल पाया है। इसराना और मतलौडा में न के बराबर ही राशन पहुंचा है।

यहां एक जगह शेष बचे राशन में से 14 प्रतिशत तो दूसरी जगह केवल 17 प्रतिशत राशन का ही वितरण हो पाया है। डिपो एसोसिएशन आगे आई तो विभाग ने अप्रैल माह का राशन वितरित करने का समय बढ़ाकर आठ मई किया है।

अगर आठ मई लाभार्थियों को राशन वितरित नहीं किया गया तो यह लैप्स हो जाएगा।

ट्रांसपोर्टर का टेंडर किया दोबारा
विभाग राशन डिपो तक गेहूं खुद भेजता है। इसके लिए ट्रांसपोर्टर को टेंडर दिया गया है। पिछले दिनों एक विवाद सामने आने के बाद ट्रांसपोर्टर से टेंडर खत्म कर दिया था।

अब 17 अप्रैल को नया टेंडर किया गया है। इसके बाद जिले में राशन की सप्लाई शुरू की गई है।
ये है डाटा

अब आठ मई दी अंतिम तारीख 
अप्रैल में जिले में 1.53 लाख लोगों को राशन मिलना था। मई में अलग डाटा के हिसाब से राशन मिलेगा। हर माह राशन कार्ड जुड़ने और कटने की वजह से डाटा बदलता है।

इनमें से करीब 82 हजार लोगों को ही राशन मिल पाया है।

70 हजार से ज्यादा परिवार ऐसे हैं, जिनको राशन नहीं मिल पाया है।

विभागीय लापरवाही के चलते राशन वितरण का शेड्यूल ही गड़बड़ा गया है।

जो राशन डिपो पर 10 अप्रैल तक पहुंचाना था, वह अब मई में पहुंचाया जा रहा है।

डिपो पर अप्रैल का राशन आठ मई को जा सकता है बांटा
जिले में अप्रैल माह के 37 हजार क्विंटल में से 15 हजार क्विंटल गेहूं की लिफ्टिंग करा दी गई है।

बाकी 12 हजार क्विंटल गेहूं भी जल्द ही भेज दिया जाएगा।

डिपो पर अप्रैल का राशन आठ मई तक बांटा जा सकता है। -आदित्य कौशिक, नियंत्रक, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग।

ब्लॉक मार्च में बंटा राशन अप्रैल में बंटा राशन
पानीपत              90.76 प्रतिशत          63.40 प्रतिशत
समालखा            88.85 प्रतिशत          67.88 प्रतिशत
इसराना              88.14 प्रतिशत          11.40 प्रतिशत
मतलौडा             89.44 प्रतिशत          14.21 प्रतिशत
बाबरपुर             95.86 प्रतिशत           17.26 प्रतिशत