Haryana Roadways AC Bus: चंडीगढ़-जयपुर रूट पर चलेगी AC रोडवेज बसें, इतना देना होगा किराया भाड़ा? जानिए
डिपो को मिलने वाली एसी बसों का संचालन रेवाड़ी से जयपुर और चंडीगढ़ के लिए किया जाएगा। इसके अलावा रेवाड़ी से चलकर चंडीगढ़ एवं जयपुर पहुंचने वाली इन बसों को सीधे जयपुर से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से जयपुर के बीच भी चलाया जाएगा।

Haryana Roadways: रोडवेज के बेड़े लंबे अर्से बाद फिर से एसी बसों को शामिल किए जाने की शुरूआत की जा रही है। प्रबंधन की तरफ से इंटरस्टेट रूटों के साथ राजधानी सहित अन्य बड़े शहरों के लिए एसी बसों का संचालन किया जाएगा। रेवाड़ी डिपो के लिए 10 एसी बसों का आवंटन किया गया है
और जून माह के अंत डिपो को यह बसें मिल जाएंगी। रेवाड़ी डिपो के पास फिलहाल एक भी एसी बस नहीं है जिसको देखते हुए प्रबंधन की तरफ से डिपो के लिए 10 बसों का आवंटन करने का निर्णय लिया है।
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हालांकि यह एसी बसें सभी डिपो को दी जा रही है और इसके लिए रेवाड़ी का चयन 10 बसों के लिए किया गया है। अभी तक डिपो की तरफ से तमाम इंटरस्टेट रूटों पर साधारण बसों का ही संचालन किया जा रहा है। नई एसी बस मिलने के पश्चात शहर से जयपुर और चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों को एसी बसों में सफर की सुविधा मिल जाएगी।
बसों का बेड़ा; 177 स्वीकृत, अभी 150 बसें
मुख्यालय की तरफ से पिछले साल सभी डिपो के लिए मौजूदा बेड़े में बढ़ोतरी की गई थी। रेवाड़ी डिपो के लिए बसों की संख्या 150 से बढ़ाकर 177 कर दी गई है। हालांकि जिला में रोडवेज बसों की जरूरत और बड़ी आबादी को रोडवेज सुविधा के लिहाज से यह संख्या काफी कम है।
अभी डिपो के पास 30 अनुबंधित बसों सहित कुल 150 बसें है। मुख्यालय ने 10 नई एसी बसों की स्वीकृति और जारी कर दी है जिससे बसों की कमी लगभग पूरी हो जाएगी।
डिपो को गुड़गांव वर्कशॉप से बीएस-6 वर्जन की 10 बसें ही मिली है और इसी बीच नई एसी बसें आने से डिपो के पास नई बसों की संख्या भी बढ़ जाएगी। वहीं सबसे अधिक सहूलियत इन बसों का दिल्ली में संचालन करना बेहद आसान हो जाएगा। दिल्ली में प्रदूषण की समस्या की वजह से बीएस-4 वर्जन की बसों के संचालन को अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि बाद में दिल्ली सरकार ने इनके संचालन की अनुमति के साथ डेडलाइन तय की हुई है।
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एनएच-152 डी से जयपुर-चंडीगढ़ के बीच चलाने का प्रस्ताव
डिपो को मिलने वाली एसी बसों का संचालन रेवाड़ी से जयपुर और चंडीगढ़ के लिए किया जाएगा। इसके अलावा रेवाड़ी से चलकर चंडीगढ़ एवं जयपुर पहुंचने वाली इन बसों को सीधे जयपुर से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से जयपुर के बीच भी चलाया जाएगा।
इसके लिए प्रबंधन एनएच-152 रूट पर विचार कर रहा है। पिछले दिनों में रेवाड़ी डिपो की तरफ से इस रूट पर एक बस का संचालन भी प्रारंभ किया गया था। अब प्रबंधन सीधे चंडीगढ़ से जयपुर के लिए एसी बसों का संचालन इस रूट पर करेगा।
अनुभव कड़वा और किराया भी दोगुना
रेवाड़ी डिपो को इससे पहले वर्ष 2010 में वोल्वो की 5 बसों का आवंटन किया गया था। सिरसा में इन बसों का संचालन कामयाब नहीं रहने पर इन्हें रेवाड़ी डिपो में भेजा गया था। हालांकि यहां पर इनका संचालन कामयाब नहीं रहा था। इनमें खराबी आने और यात्रीभार कम रहने से बाद में यह बसें खड़ी-खड़ी ही कंडम हो गई थी।
हालांकि अब वोल्वो बसों की संख्या 2 और डीलक्स बसों की संख्या अधिक है। वोल्वो बसों का किराया दोगुना होगा। मौजूदा किराए के अनुसार चंडीगढ़ का 800 रुपए और जयपुर के 400 रुपए के लगभग किराया होने की संभावना है।
10 बसों की दी गई है स्वीकृति: सीआई
प्रबंधन की तरफ से वोल्वो और सेमी डीलक्स बसों की डिमांड मांगी गई थी और इसके लिए 10 बसों की स्वीकृति दी गई है। एक-दो माह में बसें मिल जाएंगी जिसके बाद इनका संचालन जयपुर और चंडीगढ़ रूट पर किया जाना प्रस्तावित है। - कृष्ण कुमार यादव, सीआई, रेवाड़ी डिपो।