Haryana News : इस बेटी ने किया हरियाणा का सिर सबसे ऊंचा, देश की पहली कमांडो बनी हरियाणा की छोरी
प्रदेश की बेटियां आज कड़ी मेहनत से ऊंचा मुकाम हासिल कर रही हैं। यह राज्य की बेटी अपने परिवार और देश का नाम रोशन कर रही है। प्रदेश की बेटियां खेल से लेकर रक्षा तक काम करती हैं।
हरियाणा की इस बेटी ने चिकित्सा क्षेत्र में काम करते हुए कमांडो बनने का गौरव प्राप्त किया है। इससे पहले कोई भी डॉक्टर ऐसा मुकाम नहीं हासिल कर पाया है। केंद्र शासित प्रदेश लेह लद्दाख में पायल छाबड़ा आर्मी अस्पताल में सर्जन था। Payal Chhabda ने कहा कि उन्होंने पैरा कमांडो बनने के लिए बहुत मेहनत की है। आज वह अपनी मेहनत का फल है।
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नैतिक और शारीरिक बल का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है
पायल ने कहा कि पैरा कमांडो पद तक पहुंचने के लिए कठोर प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, उसने कहा कि यह ऐसा पद है जिसके लिए मानसिक और शारीरिक रूप से पूर्ण होना बहुत जरूरी है। उनका कहना था कि यह देश का एक ऐसा विशेष बल है जिसके नाम से भी शत्रु घबराते हैं। 29 दिसंबर 2016 को देश की इसी इकाई ने पाकिस्तान पर सर्जिकल हमला किया था।
मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल से आ चुके ऑफर पायल देश की चिकित्सा सेवाओं के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल दलजीत सिंह को अपना रोल मॉडल मानती है। पायल ने विश्व में सबसे ऊंची खारदुंगला मोटर बाईपास पर स्थित अस्पताल में शल्य चिकित्सा में अपनी सेवाएं दी हैं। 13 जनवरी 2021 को सेना के अस्पताल अंबाला कैंट में उन्हें कप्तान नियुक्त किया गया। पायल की भाभी ने बताया कि उसके पास महान बहुविशेषज्ञ अस्पतालों से नौकरी के प्रस्ताव आ चुके हैं, लेकिन पायल छाबड़ा ने देश की रक्षा करने का विकल्प चुना।