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Delhi Diwali News : दिल्ली में दिवाली को लेकर जारी हुई नई अपडेट, इन चीज़ों में होगा बड़ा बदलाव, ये चीजे रहेंगी बंद

दिल्ली की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है. प्रदूषण का लगातार बढ़ता स्तर बड़े खतरे का संकेत है। माना जाता है कि दिल्ली में दिवाली से पहले हालात और खराब होंगे। दिल्ली में मंगलवार को AQI 359 पर रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण बढ़ता रहा तो घातक बीमारियां भी होंगी।आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।

 
Delhi Diwali News : दिल्ली में दिवाली को लेकर जारी हुई नई अपडेट, इन चीज़ों में होगा बड़ा बदलाव, ये चीजे रहेंगी बंद

दिल्ली की निरंतर जहरीली हवा ने विशेषज्ञों को आने वाले खतरे का रेड अलर्ट दिया है। दिल्ली की स्थिति सबसे खतरनाक लगी, खासकर मंगलवार की सुबह और शाम। इससे बाहर निकले लोगों को सांस लेना मुश्किल हुआ। विशेषज्ञों का मत है कि दिवाली से पहले प्रदूषण का यह स्तर एक संकेत है कि आने वाले दिनों में स्थिति और खतरनाक होगी। जो कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बनेगा.

मंगलवार को देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर और बढ़ा। मंगलवार को सुबह और शाम आसमान में छाई धुंध की चादर ने समस्या उत्पन्न की। CPCB के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI 359) मंगलवार को दर्ज किया गया। जो खतरनाक श्रेणी है, खास बात ये है कि दिल्ली के लगभग सभी इलाकों में इसी तरह की स्थिति रही, और सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्र आनंद विहार रहा। इसके अलावा वजीरपुर और रोहिणी में भी स्थिति खराब रही।

हालात अभी और खराब हो जाएंगे।

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दिल्ली का प्रदूषण अभी भी बढेगा। दिल्ली में दिवाली के दौरान सबसे अधिक प्रदूषण होता है, विशेषज्ञों का कहना है, लेकिन इस बार दशहरा से पहले से ही स्थिति खराब है, जिस पर नियंत्रण के लिए ग्रैप 2 लागू किया गया है, लेकिन हवा की गुणवत्ता नहीं सुधर रही है। IITA की एक रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को हवा की गति कम होने के कारण प्रदूषण उच्च स्तर पर रहा। माना जा रहा है कि बुधवार को भी हवा की गति धीमी रहेगी, इससे धुंध छाई रहेगी और प्रदूषण का स्तर भी उच्च रहने का अनुमान है. माना ये जा रहा है कि गुरुवार को भी यही हालात रहेंगे. सफर की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में पीएम 2.5 और पीएम 10 दोनों ही उच्च स्तर पर रहे, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए बड़े खतरे का संकेत करते हैं।


ग्रैप-3 बंदिशें लग सकती हैं

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता रहा तो ग्रैप-3 लागू हो सकता है. ऐसा हुआ तो शहर में रहने वाले लोगों को अधिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा होगा। इनमें किसी भी प्रकार का कंस्ट्रक्शन रोक दिया जाएगा, साथ ही वेल्डिंग, बोरिंग, सीवर लाइन, ड्रेनेज और अन्य धूल से जुड़े कार्यों को भी बंद कर दिया जाएगा। बीएस-6 से नीचे की डीजल कारें प्रतिबंधित हो सकती हैं। हालांकि, रेलवे, मेट्रो, एयरपोर्ट, रक्षा योजनाएं, सार्वजनिक परियोजनाएं, हाईवे और फ्लाईओवर जैसे क्षेत्रों को छूट मिलेगी।


स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण खतरा


दिल्ली में लगातार बढ़ रहा प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है, क्योंकि इससे स्किन की समस्याएं, सांस, दिल और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं। भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के चिकित्सकों का कहना है कि प्रदूषण से स्किन रोग सोरायसिस का खतरा सबसे अधिक है। डॉ. कौशल वर्मा, एम्स के डर्मेटोलॉजी डिपोर्टमेंट विभागाध्यक्ष, कहते हैं कि प्रदूषण सोरायसिस को बढ़ावा देता है, जो एक गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन लक्षणों को अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है। ऐसे में प्रदूषण से बचना बुद्धिमानी होगी। वह बताती है कि सोरायसिस में लोगों के शरीर पर लाल दाने और पपड़ी बनने लगती हैं। यदि ऐसा हो तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लेनी चाहिए।

दिल्ली आज से डीजल बसों पर प्रतिबंध लगा रही है


दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि को देखते हुए बुधवार से डीजल बसों पर प्रतिबंध लगाया गया है। वर्तमान में दिल्ली में ग्रैप 2 लागू है, इसलिए दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट विभाग ने 1 नवंबर से बीएस-6 से कम की डीजल बसों को दिल्ली में आने पर रोक लगा दी है। सर्कुलर में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान से आने वाली बसों को बंद कर दिया गया है। हालाँकि, सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों का आवागमन सुचारू होना बताया गया है।

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