New Highway: फरवरी तक होगा पूरा इस हाईवे का काम, हरियाणा, यूपी समेत अन्य पाँच राज्यो को आपस में करेगा कनेक्ट
New Highway: यमुनानगर के कैल से ताजेवाला के 32 किलोमीटर लंबे हाईवे का निर्माण तेजी से चल रहा है, जो अगले दो वर्षों में पूरा होना है। इस राजमार्ग के बनने से हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से आने वाले लोगों को बहुत फायदा होगा।
New Highway: यमुनानगर के कैल से ताजेवाला के 32 किलोमीटर लंबे हाईवे का निर्माण तेजी से चल रहा है, जो अगले दो वर्षों में पूरा होना है। इस राजमार्ग के बनने से हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से आने वाले लोगों को बहुत फायदा होगा।
चंडीगढ़ से वाया जगाधरी आने वाले लोग भी 40 से 45 मिनट की बचत करेंगे। यमुनानगर के कैल से ताजेवाला तक निर्माणाधीन राजमार्ग का काम तेजी से चल रहा है।
लगभग 1200 करोड़ रुपये की लागत से कैल से ताजा बनाया गया नेशनल हाईवे-907 दो साल में पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। इसके बाद चालकों को आसानी होगी। हाईवे का निर्माण यात्रा को आसान बना देगा। साथ ही दुर्घटना दर कम होगी। अब इसकी चौड़ाई कम होने से जाम और दुर्घटनाएं होती हैं।
इस राजमार्ग में कैल से सिंहपुरा शेरपुर तक लगभग दस गांवों की जमीन शामिल है। पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग को शेरपुर मोड़ से ताजेवाला तक बढ़ाया जा रहा है।
यह सड़क फोरलेन बन जाएगा। पथराला नदी उर्जनी के सामने और सोम नदी छछरौली के पास एक पुल बनाया जाएगा। प्रतापनगर में फ्लाईओवर पर भी सेवामार्ग बनाया जाएगा।
हाईवे का निर्माण कर रहे राज श्याम कंस्ट्रक्शन कंपनी के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर सत्यप्रकाश निगम ने बताया। काम 7 फरवरी, 2025 तक पूरा हो जाएगा।
उनका कहना था कि सुरक्षा के सभी उपाय किए गए हैं ताकि लोगों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो। इसमें 24 गांवों से 100 हेक्टेयर जमीन मिली है।
नया फोरलेन कैल से होकर मेहलावाली, मामली, काठवाला, चाहडो, मुंडाखेड़ा, खारवन, पंजेटो, बलाचौर, सिंहपुरा, शेरपुर, उर्जनी, भिलपुरा, शाहजहांपुर, पीपली माजरा, मलकपुर खादर, छज्जूनगला, चूहड़पुर कलां, चूहड़पुर खुर्द, गुलाबगढ़, किशनपुरा, प्रतापनगर, बहादरपुर और अन्य कई गांवों इससे अंबाला से पांवटा साहिब जाने वाले लोगों को काफी लाभ होगा।
इस फोरलेन से हिमाचल प्रदेश से आने वाले लोग भी लाभ उठाएंगे। यह भी लगभग 15 किमी का अतिरिक्त चक्कर बचेगा। यात्रियों को पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा से आने वालों को जगाधरी-छछरौली से गुजरना पड़ा। जगाधरी लक्कड़ मंडी ने घंटों जाम लगाए रखा। ताजेवाला से कैल की दूरी पहले डेढ़ घंटे लगती थी, लेकिन अब हाईवे बनने से यह सफर सिर्फ तीस मिनट में पूरा होगा।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी के वरिष्ठ अधिकारी आईजी शर्मा ने कहा कि यह हाईवे दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। 7 फरवरी, 2025 को काम पूरा होना चाहिए था। इसके निर्माण से ४२ से ४५ मिनट की दूरी काम होगी।
उनका कहना था कि इस राजमार्ग में 122 स्ट्रक्चर, 19 अंडरपास और 6 माइनर और तीन मेजर ब्रिज बनाए जाएंगे। उनका कहना था कि 90 प्रतिशत जमीन नेशनल हाईवे अथॉरिटी को दी गई है, और बाकी जमीन पर कुछ सरकारी और निजी निर्माण हटाए जाएंगे। उसकी क्षतिपूर्ति के लिए भुगतान जिला राजस्व अधिकारी को भेजा गया है।
निर्माणाधीन इस राजमार्ग की स्पीड 100 km/h होगी। हाईवे बनने के बाद ऊर्जनी के पास टोल प्लाजा भी बनाया जाएगा. अथॉरिटी बाद में इसकी लागत निर्धारित करेगी।