सुप्रीम कोर्ट ने जमीन कब्जाधारियों की करी बल्ले बल्ले, मिलेगा मालिकाना का हक, Supreme Court ने की बड़ी घोषणा
Haryana Update: जब कोई व्यक्ति एक निर्वाधिक समय तक जमीन पर कब्जा करता है और मालिक को इसके बारे में पता चलता है, "एडवर्स पजेशन" एक कानूनी शब्द है। लेकिन मालिक कब्जे को हटाने के लिए कभी कानूनी कदम नहीं उठाता, तो वह व्यक्ति उस जमीन के मालिक माना जाता है। इस प्रकार, उसका 'एडवर्स पजेशन' बन जाता है।
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सुप्रीम कोर्ट का फैसला: नवीन सिद्धांत की प्रमाणिकता
सुप्रीम कोर्ट ने एक नए सिद्धांत को मान्यता दी है, जिसके अनुसार किसी व्यक्ति को 12 वर्ष या उससे अधिक समय तक बिना किसी विवाद के जमीन पर रहने का अधिकार होता है, तो वह जमीन पर मालिकाना अधिकार रख सकता है। इसके अलावा, अगर किसी को उस जमीन से बाहर निकाला जाता है, तो उसे अपनी संपत्ति की रक्षा करने का अधिकार होता है, जैसे कि वह अपने मूल मालिक हो।
फैसले का प्रभाव
फैसले का प्रभाव इस सुप्रीम कोर्ट के फैसले से, कब्जाधारी व्यक्तियों को उनकी जमीन या संपत्ति पर अधिकार प्राप्त करने का साफ मार्ग प्राप्त हो जाएगा। यह निर्णय उन लोगों की सहायता करेगा जो कई वर्षों से अपनी जमीन पर रह रहे हैं बिना किसी विवाद के।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से 'एडवर्स पजेशन' के मामलों में नए सिद्धांत की पुष्टि हुई है और इससे कब्जाधारी व्यक्तियों को उनकी जमीन या संपत्ति पर अधिकार प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। यह फैसला न्यायिक प्रणाली में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और यह सामान्य व्यक्तियों को उनके अधिकारों की रक्षा करने में मदद करेगा।
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