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US के दबाव के चलते क्या रूस से तेल खरीदना बंद करेगा भारत? वित्त मंत्री ने क्या कहा देखिये

Ukraine Russia की लड़ाई को 35 दिन से ज्यादा हो गए है, समय के साथ साथ तमाम दुनिया ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिये है, इसके तहत अमेरिका भी भारत पर दबाव बना रहा है की वो रूस से दूरी बनाए। रूस ने कम दामों पर भारत को क्रूड ऑयल का ऑफर दिया था , जिसे भारत ने स्वीकार भी किया था । लेकिन क्या भारत अमेरिका के दबाव मे आकर अब रूस से तेल का आयात नहीं करेगा? इसको लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्या कहा है देखिये..

 
Will India stop buying oil from Russia?

Ukraine Russia War यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग (Russia Ukraine War) के दौरान अमेरिका समेत कई देश रूस पर प्रतिबंध लगा चुके हैं।

इसी बीच भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि भारत, रूस से कच्चा तेल खरीदना (Crude Purchase from Russia) जारी रखेगा।

Will India stop buying oil from Russia?

नई दिल्लीः यूक्रेन के साथ जंग के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि रूस के ऑफर के बाद भारत ने पहले से ही सस्ता तेल खरीदना शुरू कर दिया है और भारत रूस से कच्चे तेल की खरीद (Crude Purchase from Russia) जारी रखेगा।

Nirmala Sitharaman

तेल खरीदने के फैसले का किया बचाव

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस। जयशंकर ने शुक्रवार को भारत की ओर से किए जाने वाले सस्ते रूसी तेल की खरीद का बचाव किया है। मंत्रियों का रूस से सस्ता तेल खरीदने की नीति का बचाव ऐसे समय पर सामने आया है, जब यूक्रेन पर सैन्य हमले के बाद मॉस्को पर प्रतिबंध लगाए गए हैं।

डिस्काउंट पर तेल की है जरूरत

सीतारमण ने कहा कि हमने रूसी तेल खरीदना शुरू कर दिया है और कम से कम 3 से 4 दिनों के लिए तेल खरीदा है। मैं अपनी ऊर्जा सुरक्षा और अपने देश के हित को सबसे पहले रखूंगी। अगर आपूर्ति छूट पर उपलब्ध है, तो मुझे इसे क्यों नहीं खरीदना चाहिए?

 

15 फीसदी अधिक खरीद

इस बीच जयशंकर ने कहा कि यूरोप ने रूस से एक महीने पहले की तुलना में 15 फीसदी अधिक तेल और गैस खरीदा है। मंत्री ने यह बयान ब्रिटिश विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रस की मौजूदगी में दिया। जयशंकर ने कहा कि मुझे लगता है कि देशों के लिए बाजार में जाना और यह देखना स्वाभाविक है कि उनके लोगों के लिए क्या अच्छे सौदे हैं।

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ब्रिटेन ने फैसले का किया सम्मान

उन्होंने कहा कि अगर हम दो या तीन महीने तक प्रतीक्षा करें और वास्तव में देखें कि रूसी गैस और तेल के बड़े खरीदार कौन हैं तो मुझे संदेह है कि सूची पहले की तुलना में बहुत अलग नहीं होगी। जयशंकर को जवाब देते हुए ट्रस ने कहा कि ब्रिटेन रूस से रियायती तेल खरीदने के भारत के फैसले का सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र है और मैं भारत को यह बताने नहीं जा रही हूं कि उसे क्या करना है।

अमेरिका ने दी थी चेतावनी

ट्रस और जयशंकर के बयान अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह की ओर से चेतावनी दिए जाने के बाद सामने आए हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका रूस से भारत के आयात में तेजी नहीं देखना चाहेगा।

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