Electric Cars Prices: इतने प्रतिशत कम हो गए इलेक्ट्रिक कारों के रेट, जानें पूरी डिटेल
Electric Cars Prices:आपको बता दें, की लिथियम-आयन बैटरी सोडियम-आयन बैटरी से अधिक ऊर्जा घनत्व रखती हैं। इसका अर्थ है कि लिथियम-आयन बैटरी अधिक ऊर्जा प्रति यूनिट वितरित और जानिए पूरी डिटेल।
Haryana Update, Electric Cars Prices: आपकी जानकारी के लिए बता दें, की विश्व भर में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वाले लोगों को बैटरी की अधिक लागत की चिंता हमेशा रहती है। फिलहाल, ईवी में लिथियम ऑयन बैटरियों का प्रयोग होता है। ये बैटरियां बहुत खर्चीली हैं। इनके प्राइस वाहनों की कीमत चालीस प्रतिशत तक बढ़ सकती है। लेकिन अब कुछ कंपनी सोडियम आयन बैटरी भी बनाती हैं। सोडियम आयन बैटरी आने के बाद इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत तीस प्रतिशत तक कम होने की उम्मीद है। इसका अर्थ है कि टाटा नेक्सन EV में लिथियम आयन बैटरी लगाने से इसकी कीमत 10 लाख रुपये कम हो सकती है, जो पहले 14.75 लाख रुपये थी।
अब सोडियम आयन बैटरियों को लेकर पूरी दुनिया उत्साहित है। साथ ही, कंटेम्परेरी एम्पेरेक्स टेक्नोलॉजी (CATL), दुनिया में लिथियम आयन बैटरियों का सबसे बड़ा निर्माता, ने सोडियम-आयन बैटरियों का उत्पादन शुरू किया है। चीनी कंपनी है। BYD, चीन की दूसरी कंपनी, सोडियम-आयन बैटरी बनाती है। चीनी कंपनी हिना बैटरी टेक्नोलॉजी ने इन दोनों से दो कदम आगे बढ़कर सोडियम आयन बैटरी भी बनाई है। भारत में भी पुणे स्थित KPIIT Technology ने सोडियम-आयन बैटरी तकनीक का आंतरिक परीक्षण किया हैं।
सोडियम आयन बैटरी की तुलना में लिथियम आयन बैटरी
लेकिन लिथियम-आयन और सोडियम-आयन बैटरी प्रौद्योगिकियों में कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं। लिथियम-आयन बैटरी सोडियम-आयन बैटरी से अधिक ऊर्जा घनत्व रखती हैं। इसका अर्थ है कि लिथियम-आयन बैटरी अधिक ऊर्जा प्रति यूनिट वितरित और संग्रहीत कर सकती है। इसलिए ये सोडियम आयन बैटरी से अधिक ड्राइविंग रेंज दे सकते हैं।
किराया
सोडियम-आयन बैटरी की कीमत शायद लिथियम-आयन बैटरी की तुलना में काफी कम होगी। लीथियम की डिमांड बहुत अधिक है, लेकिन सप्लाई कम है। लिथियम प्रति टन 80 हजार डॉलर की कीमत है। वहीं, सोडियम हाइड्रॉक्साइड की प्रति टन की कीमत करीब 800 डॉलर है। लीथियम की तुलना में सोडियम का भंडार दुनिया भर में सैकड़ों गुना अधिक है। इसलिए सोडियम आयन बैटरी लिथियम आयन बैटरी से 30% सस्ता हो सकती हैं।
चार्जिंग समय
सोडियम आयन बैटरी बहुत दुर्लभ हैं। जबकि लिथियम आयन बैटरी काफी अधिक डेंसिटी है। ऐसे में लिथियम बैटरी की चार्जिंग स्पीड भी सोडियम आयन बैटरी से दोगुनी होती है। यानी चार्जिंग के दौरान सोडियम आयन बैटरी लिथियम आयन बैटरी से अधिक भारी होती हैं।
टेंपरेचर का असर
तापमान सोडियम आयन बैटरी की कार्यक्षमता पर कोई प्रभाव नहीं डालता। यह हाई और लो टेंपरेचर में भी अच्छा काम करता है। इसका सीधा अर्थ है कि गर्मी और सर्दी दोनों मौसमों में इसमें कोई समस्या नहीं होती। लेकिन लिथियम आयन बैटरी तापमान पर है। बैटरी बहुत कम या बहुत अधिक तापमान पर काम नहीं करती।
सुरक्षा
लिथियम-आयन बैटरियों को पिछले कुछ वर्षों में बड़े पैमाने पर विकसित और परिष्कृत किया गया है, जिससे एक उन्नत और सुरक्षित तकनीक सामने आई है। सोडियम-आयन बैटरियां बहुत नई हैं और अभी भी अध्ययन और विकास में हैं। इसलिए अभी यह कहना मुश्किल है कि लिथियम आयन की तुलना में ये अधिक सुरक्षित है या नहीं।
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