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Ratan Tata: रतन टाटा को मारने की दी सुपारी, फिर भी खतरनाक गैंगस्‍टर से नहीं डरे, खड़ी करदी 25 लाख करोड़ की कंपनी

Ratan Tata News: रतन टाटा, जिन्हें टाटा समूह का एक प्रमुख चेयरमैन माना जाता है, दुनियाभर में एक बुद्धिमान और दयालु व्यक्ति के रूप में पहचाना जाता है। हालांकि, उन्होंने अपने जीवन के एक अनोखे पहलू का भी खुलासा किया है, जब उन्होंने गैंगस्टर के सामने खड़े होकर सुपारी तक के धमकियों का सामना किया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
 
 
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Haryana Update, Ratan Tata News: टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा को अधिकांश लोग दयालु और बुद्धिमान व्यक्ति के रूप में जानते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि उनके भीतर एक साहसी व्यक्ति रहता है जो खतरनाक गैंगस्टर की धमकियों से भी नहीं डरता। ऑफिस में खून बहने के बाद भी, वे अपनी बात पर अड़े रहे और कई चुनौतियों से निकलकर 25 लाख करोड़ रुपये की कंपनी बनाई। रतन टाटा ने खुद ही यह खुलासा किया है।

दरअसल, रतन टाटा ने कोलंबिया बिजनेस स्कूल में एक इंटरव्यू के दौरान अपने जीवन के इस गुप्त पहलू का खुलासा किया। रतन टाटा ने एक कोलंबिया स्कूल की ओर से जारी एक वीडियो में खुद बताया कि उन्होंने एक खतरनाक गैंगस्टर से पंगा लिया, जिसने बाद में उन्हें मारने के लिए सुपारी तक दी, लेकिन उन्होंने अपनी बात से हिले तक नहीं। वह अंततः गिरफ्तार हो गया और टाटा समूह को इतना बड़ा बनाया।

क्या घटना हुई?
रतन टाटा ने बताया कि टाटा मोटर्स (Tata Motors), जो पहले टाटा टेल् को के नाम से जानी जाती थी, एक खतरनाक हमलावर ने उड़ा दी। यहां पर्याप्त धन था, इसलिए वह अपनी संस्था को नियंत्रित करना चाहता था। गैंगस् टर ने हिंसक और कारोबार को नुकसान पहुंचाने वाली एक बड़ी गुंडों की सेना रखी। उन्हें बताया गया कि गैंगस्टर के सामने हार मान लें और वहां से चले जाएं। लेकिन रतन टाटा ने दूसरा रास्ता चुना और उसका सामना करने का निर्णय लिया।

गैंगस्‍टर ने चला दिया चाकू
गैंगस्टर ने रतन टाटा को डराने के लिए कुछ कर्मचारियों की जांघ में चाकू भी चला दी। रतन टाटा लगातार धमकियों के बावजूद झुकने को तैयार नहीं थे। आखिर में गैंगस्टर ने हड़ताल कर दी, और हमले के डर से कर्मचारी भी काम नहीं कर रहे थे। रतन टाटा प्लांट में ही रहे और कर्मचारियों के जाने के बाद भी काम शुरू कराया। गैंगस्टर को कुछ समय बाद गिरफ्तार कर लिया गया।

मारने की सुपारी
जेल से बाहर आने पर गैंगस्टर ने रतन टाटा को मारने का भी आदेश दिया। तब भी, बहुत से लोगों ने उन्हें गैंगस्टर से हाथ मिलाने और उसकी बात मान लेने की सलाह दी। लेकिन रतन टाटा को जरा भी झुका हुआ लगता है। यह टाटा मोटर्स में लकड़ी का चुनाव करने का एक महत्वपूर्ण बिंदु साबित हुआ। ऐसे कठिन परिस्थितियों के बावजूद, Ratan Tata ने हार नहीं मानी और कंपनी और अपने कर्मचारियों की सुरक्षा का ध्यान रखा।

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