logo

Personal Loan लेने वालों को देने पड़ेंगे 5 Charges, फटाफट जान लें

Personal Loan Bank Charges : इमर्जेंसी में लोन का ध्यान सबसे पहले आता है जब एक साथ बहुत सारे पैसे की जरूरत होती है। लोन ही उनकी बड़ी आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है। ऐसे में व्यक्तिगत लोन लेते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। हम पर्सनल लोन पर लागू होने वाले चार्जेस पर चर्चा कर रहे हैं जिसे आप नजरअंदाज कर सकते हैं।
 
Personal Loan लेने वालों को देने पड़ेंगे 5 Charges, फटाफट जान लें 
Haryana Update : Personal Loan आपको किसी बीमारी या इमर्जेंसी की वजह से तुरंत धन की आवश्यकता को पूरा करने में मदद कर सकता है। पर्सनल लोन के पैसे को कार लोन की तुलना में किसी भी काम में लगाया जा सकता है। पर्सनल लोन के लिए बहुत कम दस्तावेज आवश्यक हैं।

Personal Loan, जिसका अर्थ है कि लोनधारक लोन के लिए गारंटी के रूप में कोई संपत्ति नहीं रखता है, असुरक्षित माना जाता है, इसलिए बैंक इस पर विशेष चार्जेस लगाते हैं। पर्सनल लोन के इंटरेस्ट रेट और चार्जेस अधिक होते हैं, और यह हर बैंक में अलग-अलग हो सकता है। ग्राहक को बैंक लोन के लिए कई तरह के चार्ज चुकाने होते हैं।

1. लोन प्रॉसेसिंग फीस
हर बैंक लोन प्रॉसेसिंग फीस का न्यूनतम और अधिकतम प्रतिशत निर्धारित करता है। लोन को मंजूरी देने के लिए बैंक को कुछ अतिरिक्त खर्चों का भुगतान करना होता है, जिसके लिए वह प्रॉसेसिंग फीस वसूलता है। पर्सनल लोन में लोन प्रॉसेसिंग फीस 0.5% से 2.5% तक होती है। कोटक महिंद्रा बैंक लागू करों को 3 प्रतिशत तक चार्ज करता है।

2. वेरीफिकेशन चार्जेस
बैंक केवल विश्वसनीय स्रोत से लोन देता है। लोन स्वीकार करने से पहले बैंक को लोनधारक की चुकाने की क्षमता पर विश्वास होना चाहिए। बैंक अक्सर थर्ड पार्टी को नियुक्त करते हैं, जो ग्राहक की क्रेडिट रिपोर्ट और लोन रीपेमेंट हिस्ट्री की जांच करके लोनधारक की साख को जांचता है। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए बैंक लोनधारक से एक वेरीफिकेशन चार्ज वसूलता है।

Home Loan वालों की हो गई मौज, 50 लाख का मकान मिलेगा 26 लाख में
3. EMI बाउंस होने पर जुर्माना

पर्सनल लोन लेने वालों को विशेष रूप से समय पर EMI (EMI) भुगतान करने के लिए पर्याप्त धन रखना चाहिए। बैंक जुर्माना वसूलते हैं अगर EMI bounce या EMI bounce होता है। तुरंत लोन चुकाने की कोशिश करने के बजाय, एक ईएमआई राशि चुनें जो आप आसानी से दे सकते हैं। कोटक महिंद्रा बैंक ईएमआई बाउंस पर 500 रुपये से अधिक शुल्क लेता है। वहीं, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक प्रत्येक ईएमआई बाउंस पर 400 रुपये तक का शुल्क वसूलता है।

4. GST टैक्स

बैंक ग्राहक को लोन स्वीकृति (loan approval) या पुनर्भुगतान अवधि के दौरान कुछ अतिरिक्त सेवाओं की आवश्यकता होगी, तो GST कर के रूप में मामूली शुल्क देना होगा। Idfc First Bank ने कहा कि सभी सेवा शुल्कों पर जीएसटी लागू होगा।

5. फोरक्लोजर पेनल्टी
बैंक की आय आपके द्वारा लोन पर चुकाया गया ब्याज से होती है। यदि आप अपने लोन का भुगतान तय समय से पहले करते हैं, तो आपके बैंक को नुकसान हो सकता है। आपका बैंक इस नुकसान की भरपाई के लिए बैंक प्रीपेमेंट पेनल्टी लगा सकता है। बैंक अक्सर फोरक्लोजर चार्ज या प्रीपेमेंट के रूप में 2-4 प्रतिशत ग्राहकों से वसूलता है।


 
click here to join our whatsapp group