SBI Alert: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने 50 करोड़ ग्राहकों को दी चेतावनी, अकाउंट बंद होने के आ रहे मैसेज
Haryana Update, New Delhi: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) देश का सबसे बड़ा बैंक है और उसने अपने 50 करोड़ खाताधारकों को एक महत्वपूर्ण चेतावनी दी है। बैंक ने बताया कि कई ग्राहक फर्जी अकाउंट बंद होने के मैसेज मिल रहे हैं।
एसबीआई ने ऐसा कोई संदेश नहीं भेजा है। सभी ग्राहक इन फर्जी मैसेज से सावधान रहें और इनका जवाब न दें। ऐसे संदेश ठगों ने भेजे हैं। जवाब देने पर आप धोखा खा सकते हैं।
अकाउंट को बंद करने के मैसेज आ रहे हैं
प्रिय एसबीआई खाताधारक, इस संदेश में कहा गया है कि आज आपका अकाउंट ब्लॉक कर दिया जाएगा। कृपया भेजे गए लिंक पर क्लिक करके अपने PAN कार्ड नंबर को अपडेट करें।
ग्राहकों को बैंक ने बताया है कि उनके बैंकिंग विवरणों को साझा करने के लिए भेजे गए किसी भी ईमेल या मैसेज का जवाब न दें। यह संदेश मिलने पर तुरंत "report.phishing@sbi.co.in" पर सूचना दें।
एसबीआई के निर्देशों के अनुसार, किसी को भी सीवीवी नंबर, पासवर्ड, पिन या अकाउंट नंबर न दें। यदि कोई आपसे ऐसी जानकारी मांगता है, तो तुरंत शिकायत करें, चाहे वह कॉल पर हो, वेबसाइट पर हो या अकाउंट को एक्टिव करें।
बैंक ने बताया कि आप साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी संपर्क कर सकते हैं। साथ ही आप शिकायतों को https://cybercrime.gov.in/ पर भी भेज सकते हैं।
SBI ने अपने 50 करोड़ ग्राहकों के लिए जारी किया Alert
इससे पूरा पैसा मिल सकता है
ज्यादातर लोग बैंकिंग फ्रॉड होने पर कुछ नहीं करते। ऐसे मामलों में पुलिस भी नहीं करती। लेकिन आप पूरा पैसा वापस ले सकते हैं अगर आप तुरंत कार्रवाई करें। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) का कहना है कि आप समय पर साइबर फ्रॉड की सूचना देकर नुकसान से बच सकते हैं।
साइबर अपराध में बैंक इंश्योरेंस पॉलिसी लेते हैं इंश्योरेंस कंपनी बैंक से आपके साथ हुए अपराध की जानकारी प्राप्त करती है। बैंक बीमा कंपनी से पैसे लेकर आपके नुकसान का भुगतान करेगा।
3 दिन में सूचना नहीं दी तो नुकसान होगा
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको बैंक को धोखाधड़ी की सूचना तीन दिन के अंदर देनी होगी। नुकसान की भरपाई मुश्किल हो सकती है अगर आप इसमें देरी करते हैं।
आरबीआई ने कहा कि समय पर सूचना देने पर धन दस दिन के भीतर वापस मिलेगा। यदि फ्रॉड की रिपोर्ट चार से सात दिन बाद मिलती है, तो ग्राहक को बीस हजार रुपये तक का नुकसान करना पड़ेगा।