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SBI Bank: एसबीआई ने अपने ग्राहकों को किया सचेत, इसके बाद बैंक नही लेगा कोई जिम्मेदारी

SBI Bank: एसबीआई ग्राहकों को खाता बंद होने के बारे में मैसेज मिल रहे हैं। बैंक ने ग्राहकों को इस बारे में सचेत किया है कि वे फर्जी संदेशों का उत्तर नहीं देंगे।  यह मैसेज फर्जी है, इस पर रिप्लाई कर ग्राहक ठगी का शिकार हो सकता है। पहले ग्राहकों को भेजे गए मैसेज में क्या है?

 
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SBI Bank: एसबीआई ग्राहकों को खाता बंद होने के बारे में मैसेज मिल रहे हैं। बैंक ने ग्राहकों को इस बारे में सचेत किया है कि वे फर्जी संदेशों का उत्तर नहीं देंगे।  यह मैसेज फर्जी है, इस पर रिप्लाई कर ग्राहक ठगी का शिकार हो सकता है। पहले ग्राहकों को भेजे गए मैसेज में क्या है?

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SBI ग्राहक फेक मैसेज का पता लगाएं-
SBI ग्राहकों को भेजे गए एक संदेश में कहा गया है कि प्रिय SBI उपयोगकर्ता, आज आपका योनो खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा।  कृपया लिंक पर क्लिक करके अपने पैन कार्ड नंबर को अपडेट करें। 

एसबीआई ग्राहक क्या करेंगे

SBI ने ग्राहकों को चेतावनी दी है कि वे अपनी बैंकिंग जानकारी साझा करने के लिए पूछे जाने वाले किसी भी ईमेल या SMS का कभी जवाब न दें। अगर आपको कोई ऐसा संदेश मिलता है, तो उसे तुरंत "report.phishing@sbi.co.in" पर सूचित करना चाहिए।

व्यक्तिगत जानकारी साझा नहीं करें-

एसबीआई की गाइडलाइन कहती है कि संदेशों में संवेदनशील जानकारी (जैसे खाता संख्या, पासवर्ड, या खाता संख्या) नहीं देना चाहिए क्योंकि यह धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। 

SBI ग्राहकों को चेतावनी—

यदि एसबीआई खाताधारकों को कोई टेक्स्ट संदेश मिलता है जो उनकी जानकारी को अपडेट करने, किसी खाते को सक्रिय करने, फोन नंबर पर कॉल करके या किसी वेब साइट पर जानकारी देकर उनकी पहचान की पुष्टि करने की तत्काल आवश्यकता बताता है, तो वे सावधान रहें।  ये संदेश शायद फिशिंग घोटाले में शामिल हैं।  जालसाज आपकी खाता जानकारी हासिल करने और धोखाधड़ी करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। 

फर्जी संदेश या मैसेज मिलने पर कहां सूचित करें:

ग्राहक report.phishing@sbi.co.in पर किसी भी साइबर हमले की रिपोर्ट कर सकते हैं। बैंक ने बताया कि आप साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी संपर्क कर सकते हैं। आप https://cybercrime.gov.in/ पर अधिक जानकारी देख सकते हैं।

बैंकिंग फ्रॉड होने पर पूरा पैसा वापस मिल सकता है

जब किसी को ऐसा बैंकिंग फ्रॉड होता है, वह बस यह सोचकर चुप रहता है कि उसकी मेहनत की कमाई डूब गई। क्योंकि पुलिस भी ऐसे मामलों में देरी करती है  इसलिए ठगी का शिकार हुआ व्यक्ति निराश होकर भाग्य को कोसता है। लेकिन, आपका पूरा पैसा वापस मिल सकता है अगर आपके साथ साइबर अपराध हुआ है।  भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का कहना है कि आपका पूरा पैसा वापस मिल सकता है अगर आपके साथ कोई अनधिकृत लेन-देन होता है। 

इसके लिए सतर्क रहना आवश्यक है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) का कहना है कि आप साइबर फ्रॉड की जानकारी अपने बैंक को देकर इस तरह के नुकसान से बच सकते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने एक ट्वीट में कहा, "अगर अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन से आपका नुकसान हुआ हो, तो आपकी देयता सीमित हो सकती है, बल्कि शून्य भी हो सकती है।" अगर आप अपने बैंक को तत्काल सूचना देते हैं"

अर्थात्, आपको अपने बैंक को तुरंत जानकारी देनी चाहिए अगर आपके बैंक अकाउंट से कोई गैरकानूनी भुगतान हुआ है।  तुरंत सूचना देने से नुकसान को कम कर सकते हैं। ऐसा करने से आपका सारा पैसा मिल सकता है।  

पैसे वापस प्राप्त करने के लिए क्या करना चाहिए?

यदि किसी व्यक्ति को ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई है तो उसे पहले अपने बैंक को सूचित करना चाहिए।  अब सवाल है कि आपका पैसा कब वापस मिलेगा?  इसके लिए बता दें कि बैंक साइबर अपराधों के लिए बीमा पॉलिसी खरीदते हैं।  बीमा पॉलिसी का एक लाभ यह है कि बैंक बीमा कंपनी को आपके साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी देता है और फिर बैंक बीमा कंपनी से पैसे लेकर आपके सारे नुकसान की भरपाई करता है। 

3 दिन के अंदर शिकायत करनी होगी

इसमें ध्यान रखने वाली बात यह है कि आपको धोखाधड़ी की जानकारी बैंक को तीन दिन के भीतर देनी होगी। नुकसान की भरपाई करना मुश्किल हो सकता है अगर आप जानकारी देने में देरी करते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि ग्राहक के खाते से धोखाधड़ी कर निकाली गई धनराशि को 10 दिन के भीतर उसके बैंक आकउंट में वापस मिलेगा। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) का कहना है कि अगर बैंक खाते से धोखाधड़ी की रिपोर्ट चार से सात दिन बाद की जाती है, तो ग्राहक को 25000 रुपये तक का नुकसान खुद उठाना पड़ेगा। 
 

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