Ration Card: हकीकत जानकर आप भी रह जाएंगे दंग, सरकार से मिलने वाले राशन पर चौंकाने वाला खुलासा
Haryana Update : अलग-अलग राज्यों में संचालित हो रही राशन की दुकानों पर राशन में मिलावट की जा रही है. केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार अलग-अलग राज्यों से लिए गए नमूने फेल हुए हैं.
अगर आपके पास राशन कार्ड है और सरकार की तरफ से चलाई जा रही मुफ्त राशन योजना या सब्सिडाइज राशन योजना का फायदा ले रहे हैं तो आपको इस अपडेट के बारे में जरूर पता होना चाहिए. जी हां, हम राशन से जुड़ी जो खबर आपको बताने जा रहे हैं उसे पढ़कर आप दंग रह जाएंगे.
अलग-अलग राज्यों में संचालित हो रही राशन की दुकानों पर राशन में मिलावट की जा रही है. केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार अलग-अलग राज्यों से लिए गए नमूने फेल हुए हैं.
सरकार की तरफ से कार्रवाई की गई(action taken by the government)
मंत्रालय की रिपोर्ट से साफ हुआ है कि राशन में मिलावट सरकारी गल्ले की दुकान चलाने वाले लोग कर रहे हैं. मिलावट करने वाले लोगों पर सरकार की तरफ से कार्रवाई की गई है. देशभर में यूपी, तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से सबसे ज्यादा नमूने लिए गए.
सबसे ज्यादा बुरा हाल यूपी के नमूनों का है. मंत्रालय की रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार बीते साल देशभर में सरकारी राशन की दुकानों से 165356 राशन इकट्ठे किए गए. इनमें से 31592 नमूने फेल हो गए है.
*राशन की जांच में सामने आई कमी*
इस प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से उपलब्ध कराया जाने वाला राशन राशन अलग-अलग अधिकारियों की नजर से गुजरता है. सरकार की तरफ से राशन की दुकानों पर पहुंचने वाले राशन की क्वालिटी बेहतर होती है.
इन दुकानों पर मिलने वाले राशन की जब खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जांच की गई तो पाया गया कि दुकान वालों की तरफ से चीजों में मिलावट की गई है.
*यूपी से 26934 राशन के सैंपल लिए गए*
केंद्र सरकार के अनुसार सबसे ज्यादा यूपी से 26934 राशन के सैंपल लिए गए. इनमें 13 हजार से ज्यादा सैंपल फेल पाए गए. यूपी सरकार की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया कि ऐसे 118 लोगों के खिलाफ जुर्माना लगाया गया और जेल भेजा गया.
दूसरे नंबर पर तमिलनाडु से 19858 सैंपल लिए गए, यहां के 1033 नमूने फेल हो गई. राजस्थान में 16022 नमूने लिए गए, यहां 800 नमूने फेल हुए.
मध्य प्रदेश में 15355 और महाराष्ट्र में 13118 सैंपल लिए गए. अधिकारियों ने बताया कि केंद्र की तरफ से मिलने वाले राशन का वितरण राज्य सरकार की तरफ से किया जाता है.
लोगों को अच्छज्ञ राशन मिले, इसके लिए राज्य सरकार समय-समय पर नमूने लेती रहती है. इन सैंपल के नतीजे संतोषजनक नहीं आने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है.