Jind News: असंध अस्पताल में फायरिंग करने के दो आरोपी पुलिस से मुठभेड़ में घायल
HARYANA UPDATE: जींद के पिंडारा गांव के पास शनिवार देर रात करनाल पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ के बाद दो बदमाश दबोच लिए गए। बदमाशों की पहचान राजस्थान के श्रीगंगानगर की पुरानी आबादी निवासी मोहित और उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के फर्रुखाबाद निवासी शोभित के रूप में हुई है।
बदमाशों ने आठ जुलाई को करनाल जिले के असंध में मीनाक्षी अस्पताल में फायरिंग की थी, तभी से करनाल पुलिस इनका पीछा कर रही थी। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि दोनों अमेरिका में बैठे अपने सरगना के इशारे पर काम कर रहे थे। अब उनको दोबारा फिर मीनाक्षी अस्पताल में दहशत फैलाने के निर्देश मिले थे।
करनाल पुलिस के इंस्पेक्टर मोहन लाल ने बताया कि उन्हें शनिवार रात को सूचना मिली कि मीनाक्षी अस्पताल में फायरिंग में संलिप्त दो बदमाश जींद के पिंडारा गांव के पास छिपे हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने बदमाशों को घेर लिया। जब पुलिस बदमाशों को गिरफ्तार करने लगी तो दोनों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसमें पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की।
पुलिस की गोली एक बदमाश के पैर में तथा दूसरे के हाथ में लगी। बदमाशों द्वारा दो गोलियां चलाई गईं। जिसमें एक गोली पुलिस की गाड़ी के सामने वाले शीशे में लगी, जबकि दूसरी गोली पुलिसकर्मी सुरेंद्र के शरीर से सटकर निकल गई। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की तो दोनों को गोली लग गई।
पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर नागरिक अस्पताल जींद में दाखिल करवाया गया है। मोहित के पांव में तथा शोभित के हाथ में गोली लगी है। शोभित को नागरिक अस्पताल से उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि मोहित की गंभीर हालात को देखते हुए रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया।
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दोनों पर दिल्ली, राजस्थान व हरियाणा में कई मामले दर्ज
दोनों आरोपियों पर हरियाणा, राजस्थान में आधा-आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें मोहित पर फिलहाल आठ मामले दिल्ली, राजस्थान व हरियाणा में सामने आए हैं। इसमें सभी मामले फिरौती, शस्त्र अधिनियम, लूट व हत्या के प्रयास के हैं। इसके अलावा शोभित पर भी इस तरह के इन ही राज्यों में छह मामले दर्ज होने की जानकारी मिली है। मीनाक्षी अस्पताल के बाहर फायरिंग के बाद आरोपी कई दिन तक दिल्ली, राजस्थान व आगरा में घूमते रहे।
अमेरिका में बैठे सरगना के इशारों पर चल रहे थे दोनों बदमाश
जानकारी के अनुसार अमेरिका में बैठे गिरोह के सरगना के इशारे पर यह काम कर रहे थे। अमेरिका से ही बड़े लोगों को फिरौती की धमकी मिलती थी। इसके बाद यह सरगना के इशारे पर दहशत फैलाने के लिए गोलियां चलाकर इन लोगों को डराते थे। दोनों को वारदात के अनुसार राशि मिलती थी।
मोबाइल ऐप से करते थे बातचीत
आपराधिक वारदात को अंजाम देने या कहीं पर गोलियां चलवाने के लिए सरगना इनके साथ साधारण तरीके से बात नहीं कर मोबाइल में कई तरह की ऐप डाउनलोड करवाकर बात करता था, ताकि उनकी लोकेशन व नंबर का पता नहीं चल सके। दोनों आरोपियों के साथ आठ जुलाई के बाद मुख्य सरगना से दो बार बात हुई।
पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों को नागरिक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया था। जहां से एक आरोपी शोभित को चिकित्सकों ने रोहतक पीजीआई भेज दिया, जबकि मोहित को उपचार के बाद छुट्टी दे दी है। पुलिस मोहित को सोमवार को अदालत में पेश कर रिमांड की मांग करेगी, ताकि अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सके और गिरोह के मुख्य सरगना तक पहुंचा जा सके।