Ram Rahim Parole: जल्द बाहर आ सकता है राम रहीम, क्या है नयी सियासी चाल
Ram Rahim Parole: साध्वी यौन शोषण, पत्रकार छत्रपति और रणजीत सिंह हत्याकांड में सजा काट रहे सिरसा के डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह जल्द ही बाहर आ सकता है. राम रहीम को पैरोल देने की तैयारी की जा रही है. इस वक्त डेरा मुखी रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है.
डेरा प्रमुख की पैरोल को आदमपुर उपचुनाव और पंचायत चुनाव से जोड़ कर भी देखा जा रहा है. इस बार पैरोल पर आने के बाद डेरा प्रमुख सिरसा या राजस्थान के डेरे में रूकेगा. इसके लिए डेरा मैनेजमेंट दोनों जगह तैयारियां कर रही है.
"डेरा प्रमुख दो बार आ चुका है बाहर"("Dera chief has come out twice")
फरवरी में डेरामुखी ने 21 दिन की फरलो ली थी. इसके बाद जून माह में एक महीने पैरोल पर जेल से बाहर आया था.इस साल दिसंबर से पहले डेरामुखी लगभग 40 दिन की पैरोल और ले सकता है.
नियम अनुसार डेरामुखी को एक वर्ष में करीब 90 दिन की जेल से छुट्टी मिल सकती है. इसमें 21 दिन की फरलो और 70 दिन की पैरोल शामिल है.
"डेरामुखी जेल से लिख रहा चिट्ठी संदेश"("Deramukhi - letter writing from jail")
जेल से लिखे अपने पत्रों में डेरामुखी अनुयायियों को संदेश दे चुका है कि उनकी मुराद जल्द पूरी होने वाली है.डेरे के प्रतिष्ठानों और नाम चर्चाओं में भी संदेश दिया जा रहा है कि गुरुजी जल्द बाहर आएंगे.
"पॉलिटिकल विंग हुई एक्टिव"(political wing is active)
हरियाणा में आदमपुर चुनाव होने वाले हैं.इसके लिए नामांकन शुरू हो चुका है. पंचायत चुनाव के लिए भी घोषणा हो चुकी है.
पहले चरण में 9 जिलों में पंचायत चुनाव कराए जाने हैं.राम रहीम के बाहर आने को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है. राम रहीम की पैरोल की अवधि के दौरान ही डेरे की पॉलिटिकल विंग समर्थन की रणनीति बनाएगी.
"पंजाब चुनाव से पहले 21 दिन की मिली थी फरलो"
डेरा प्रमुख पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी जेल से बाहर आया था.उस वक्त डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह 21 दिन की फरलो दी गई थी.
यह फरलो इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि डेरा सच्चा सौदा का मालवा की 35 से ज्यादा सीटों पर सीधा प्रभाव है.इसको लेकर विपक्षी दलों ने भाजपा पर निशाने भी साधे थे.
"परिवार से दूरियां बढ़ी"
26 सितंबर को बेटा जसमीत भी परिवार के साथ लंदन चला गया.हालांकि डेरा प्रमुख की मां नसीब कौर और पत्नी हरजीत कौर इंडिया में ही रहेंगी.
पूरा परिवार विदेश जाकर बस गया है.राम रहीम की दोनों बेटियां अमरप्रीत और चरणप्रीत पहले ही लंदन चली गई थीं.
"हनीप्रीत को बनाया फैमिली मेंबर"
बागपत आश्रम में रहने के दौरान राम रहीम ने अपना आधार कार्ड भी अपडेट कराया था. जिसमें पिता के नाम के आगे शिष्य एवं गद्दीनशीन शाह सतनाम जी महाराज अंकित करवाया, जबकि पहले पिता मग्गर सिंह का नाम अंकित था.