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Scam Crime: कैसे हरियाणा के सब्जी वाला बना करोड़पति, ठगी का नया तरीका आया सामने

Sabji Wala Scammer : आओ, सब्जी लो! एक समय था जब फरीदाबाद की सड़कों पर यह आदमी सब्जी बेचता था, और चंद दिनों में ही उसने करोड़ों रुपए की मालामाल की थी. सिर्फ 6 महीनों में, उसके बैंक खाते में 21 करोड़ रुपए जमा हो गए थे. उसका व्यापार चीन, हांगकांग, और सिंगापुर तक फैला हुआ था. इस 40 वर्षीय व्यक्ति का नाम ऋषभ शर्मा था, और वह सब्जी बेचकर अपने परिवार को सहारा देने का कार्य कर रहा था।
 
 
Scam Crime

Haryana Update, Sabji Wala Scammer : जब कोरोना काल में सब्जी बेचने का काम बंद हुआ, तो इस आदमी के शातिर दिमाग में एक खतरनाक योजना बनने लगी। योजना बनाने में उसे एक दोस्त का सहारा मिला, और दोनों ने मिलकर एक होटल की वेबसाइट बनाई। होटल का नाम बदलकर मैरियट बॉनवॉय होटल हो गया। वास्तव में ऐसा कोई होटल नहीं था, लेकिन वेबसाइट पर यह एक विदेशी होटल की तरह दिखाई देता था। वेबसाइट इतनी अट्रैक्टिव थी कि कोई भी विश्वास नहीं कर सकता था। ऋषभ शर्मा का अगला कदम था कि वेबसाइट का उपयोग करके लोगों को अपने जाल में फंसाया जाए। इसने कई लोगों के फोन नंबर जुटाए। कोरोना काल में अधिकांश लोग घरों में कैद थे। लोगों का काम जा चुका था। लोगों में खाली वक्त और पैसे की कमी ने उनकी सोचने की क्षमता काफी कम कर दी थी। इस मूर्ख सब्जी वाले ने इसी से लाभ उठाया और व्यक्तिगत फोन पर वेबसाइट के बारे में लोगों को बताया। उसने कहा कि उन्हें होटल की अच्छी तारीफ लिखने पर 10 हजार रुपये मिलेंगे।

लोगों का जाल में फंसना शुरू
लोगों का जाल में फंसना शुरू हो गया पेड रिव्यू के नाम पर। ये लोगों को भी दसवीं हजार रुपये देता। लोगों का ऋषभ पर विश्वास भी बढ़ा। अब इसने लोगों में इस तरह से पैसा कमाने का विचार डाला है। ये होटल में प्रवेश करने का तरीका था। इस वेबसाइट पर बहुत अच्छे रिव्यूज थे, इसलिए लोग इसकी बातों में आने लगे और अधिक कस्टमर जुड़ने लगे। लोग कहीं भी फर्जीवाड़ा नहीं मानते थे। इसके पास अब काफी धन आ चुका था और फरीदाबाद, दिल्ली और गुड़गांव सहित देश के कई शहरों में लोग इसके जाल में फंस चुके थे।

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विदेशों से जुड़ने लगे तार
तार ऋषभ ने वैश्विक साइबर क्रिमिनल्स से भी दोस्ती करनी शुरू कर दी। भारत में साइबर क्राइम फैलाने वाली कई कंपनियों से इसने चीन, सिंगापुर और चीन में संपर्क किया। ये उनके साथ सहयोग करने लगा। इसके एजेंट कई शहरों में थे। जो पेड रिव्यू के नाम पर वेबसाइट से लोगों को जोड़ते थे और उनसे धीरे-धीरे पैसे ऐंठते थे। ऋषभ के अकाउंट में भी पैसा आता था और हवाले के जरिए विदेशों में जाता था। धीरे-धीरे ऋषभ एक करोड़पति बन गया और सुविधाजनक जीवन जीने लगा।

ऋषभ के नाम पर कई शिकायतें विभिन्न शहरों में दर्ज की गईं, लेकिन पुलिस ने उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया है। इसी बीच, इसने देहरादून के एक व्यक्ति को भी इसी तरह अपने जाल में डाला। पहले पेड रिव्यू, फिर होटल में पैसा लगाने की गारंटी। उस व्यक्ति से दो करोड़ रुपये ले चुका था, लेकिन बाद में गायब हो गया। इस व्यक्ति ने देहरादून में मामला दर्ज कराया। जब पुलिस ने जांच शुरू की तो इस रैकेट में कई तार जुड़ते नजर आए। उसे कई राज्यों की पुलिस खोज रही थी। पुलिस ने पता लगाया कि ये इन दिनों गुरुग्राम में रह रहा है। साथ ही, इसका बैंक अकाउंट गुरुग्राम के एक बैंक में है। पिछले हफ्ते पुलिस ने छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अकाउंट में 21 करोड़ रुपये होने का पता चला। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि विदेशों में इसके तार किससे जुड़े थे और किन लोगों को होटल के नाम पर ठगी की गई है।

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