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European Agency: रूस के मुंह फेर लेने पर भारत की ओर देखने लगी यूरोपीय एजेंसी

Ukraine war: यूक्रेन युद्ध के बाद से यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह रूस की अंतरिक्ष एजेंसी का यूरोप से नाता तोड़ना है। रूस के अलग होने के बाद अब यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी भारत की ओर देख रही है।
 
European Agency: रूस के  मुंह फेर लेने पर भारत की ओर देखने लगी यूरोपीय एजेंसी

Haryana Update: (ESA) ईएसए ने कहा है कि वह (Russian launch vehicle Soyuz) रूसी लॉन्च व्हीकल सोयुज के अलग होने के बाद नए भागीदारों की तलाश में है ताकि अपने मिशन को अंतरिक्ष में भेज सके। (news agency Reuters) समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, यूरोपीय एजेंसी ने कहा कि उसके नए भागीदारों में भारत एक विकल्प हो सकता है।

(ESA Director General Josef Aschbacher told Reuters) ईएसए के महानिदेशक जोसेफ असचबैकर ने रायटर्स को बताया, "मैं कहूंगा कि ढाई विकल्प हैं जिन पर हम चर्चा कर रहे हैं। एक स्पेसएक्स है, जोकि पूरी तरह से क्लियर है। दूसरा संभवतः जापान है। यह (Japan) अपने अगली पीढ़ी के रॉकेट की पहली उड़ान की प्रतीक्षा कर रहा है। एक अन्य विकल्प भारत हो सकता है।" गौरतलब है कि भारत की Space Agency Indian Space Research Organization (ISRO) दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित स्पेस एजेंसी है। इसरो ने भारत के साथ-साथ दुनिया भर की satellite launch कर कई मील के पत्थर हासिल किए हैं।

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(Russian Space Agency Roscosmos)रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस के साथ संबंध टूटने के बाद (european agency crisis) यूरोपीय एजेंसी संकट में है। यूक्रेन पर (President Vladimir Putin) राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के युद्ध के बाद पश्चिम देशों और रूस के बीच संबंध लगभग टूट चुके हैं। इसका बुरा असर स्पेस मिशनों पर पड़ा है। (Multiple missions including the Mars Project) मार्स प्रोजेक्ट सहित कई मिशन अधर में लटके हैं। यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। इसका असर ये हुआ कि रूस ने अपने (launch vehicle soyuz) लॉन्च व्हीकल सोयुज के इस्तेमाल को लेकर यूरोपीय स्पेस एजेंसी को मना कर दिया।

काफी समय से (Russian Soyuz Spacecraft Space) रूसी सोयुज स्पेसक्राफ्ट स्पेस में (satellites and astronauts) सेटेलाइट व एस्ट्रोनॉट्स को पहुंचा रहा है। इस पर सवार होकर (European and American missions) यूरोपीय और अमेरिकी मिशन भी स्पेस गए हैं। हालांकि इस बीच, खबर है कि (European Space Agency) यूरोपीय स्पेस एजेंसी अपने (use of launchers) लॉन्चरों का इस्तेमाल करने के लिए स्पेसएक्स के साथ तकनीकी चर्चा कर रही है। (spacex world) स्पेसएक्स दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की कंपनी है।(spacex world Richest man Elon Musk's company)

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