Indian citizenship: भारत की नागरिकता छोड़कर किन देशों में बस रहे लोग,पाकिस्तान को बनाया नया ठिकाना
Haryana Update: केंद्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में यह जानकारी दी. इतना ही नहीं इस दौरान 48 नागरिक ऐसे हैं, जिन्होंने भारत छोड़कर पाकिस्तान की नागरिकता ली है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में बताया कि विदेश मंत्रालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, जिन लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है, वे 120 देशों में नागरिकता ली है. इतना ही नहीं इन लोगों ने अपनी निजी वजहों से भारत की नागरिकता छोड़ी है.
Nupur Sharma: हत्या करने के लिए पाकिस्तान से आया रिजवान, आतंकियों की तरह किया घुसपैठ
तीन सालों में 3,92,643 लोगों ने छोड़ी नागरिकता
नित्यानंद राय ने लिखित जवाब में बताया कि 2019, 2020 और 2021 में 3,92,643 लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है. इनमें से 1,70,795 लोगों ने अमेरिका की नागरिकता ली. जबकि 64,071 लोग कनाडा के नागरिक बन गए हैं. इसके अलावा 58,391 लोगों ने ऑस्ट्रेलिया, 35,435 लोगों ने यूके, 12131 लोगों ने इटली और 8,882 लोगों ने न्यूजीलैंड की नागरिकता ली है. जबकि 7,046 लोग सिंगापुर, 6,690 लोग जर्मनी, 3,754 लोग स्वीडन और 48 लोग पाकिस्तान पहुंचे हैं.
2021 की बात करें तो पिछले एक साल में 1,63,370 लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है. इनमें से सबसे ज्यादा 78,284 भारतीयों ने अमेरिका की, 23,533 लोगों ने ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता ली है. वहीं, 21,597 लोग कनाडा और 14,637 ब्रिटेन पहुंचे हैं.
Pakistan के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के साथ Sanjay Dutt की सीक्रेट मीटिंग की फोटोज वायरल
पिछले 5 साल में 6 लाख से ज्यादा नागरिकों ने नागरिकता छोड़ी
इससे पहले आजतक की आरटीआई के जवाब में गृह मंत्रालय ने बताया था कि पिछले 5 साल में भारत के 6 लाख से ज्यादा नागरिकों ने नागरिकता छोड़ी है. मंत्रालय के मुताबिक, 2017 से 2021 तक 6,08,162 लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है. औसत की बात करें तो हर साल 1,21,632 लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है.
5 साल में कितने लोगों ने ली भारत की नागरिकता
पिछले 5 साल में 5220 विदेशियों को भारत की नागरिकता मिली है. इनमें से 87% यानी 4552 पाकिस्तान से आए हैं. भारत में हर साल लगभग 1044 लोगों को नागरिकता दी गई है. भारत की नागरिकता लेने के मामले में पाकिस्तान सबसे आगे है. पाकिस्तान के 87%, अफगानिस्तान के 8% और बांग्लादेश के 2% लोगों ने भारत की नागरिकता ली है. पिछले 5 सालों में सिर्फ 2021 में ही 1000 से ज्यादा लोगों को नागरिकता दी गई. 2021 में कुल 1745 लोगों को भारत की नागरिकता मिली, इनमें से 1580 पाकिस्तान से आए थे.