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Salute to Martyrdom: Shaheed Shishupal को नम आंखों से दी विदाई, the pictures made me emotional

Havildar Shishupal Singh: सीमा सुरक्षा बल की 97 बटालियन के हवलदार शिशुपाल सिंह बगड़िया अफ्रीकी देश कांगो में संयुक्त राष्ट्र संघ के शांति मिशन पर गए थे.
 
Salute to Martyrdom: Shaheed Shishupal को नम आंखों से दी विदाई, the pictures made me emotional

Haryana Update: 5 दिन पहले वहां पर हिंसक भीड़ की झड़प के दौरान गोली लगने से वे शहीद हो गए थे. 5 दिन बाद सोमवार को उनका पार्थिव शरीर Sikar पहुंचा. यहां सुबह balara police station से tiranga tour निकाली गई. करीब 20 किलोमीटर की लंबी तिरंगा यात्रा के बाद उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक निवास पर पहुंचा और वहां पर last sight के लिए रखा गया.
 

 

 

 

Shaheed Shishupal Bagdia

भीड़ में मौजूद लोग एक तरफ जहां शहीद की शहादत पर pride कर रहे थे तो दूसरी तरफ शहीद के परिजनों में अपने को खोने का गम भी साफ देखा जा रहा था. परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था. Shaheed Shishupal Bagdia के तीनो भाई बीएसएफ में ही हैं. शिशुपाल इनमें सबसे छोटे थे. शहीद एक बेटी और एक बेटा है.
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शहीद के परिजनों को सांत्वना देने के लिए PCC Chief Govind Singh Dotasara, MP Sumedhanand Saraswati, Sainik Welfare Board के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर और BJP District President Indira Choudhary सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि पहुंचे. इससे पहले युवाओं ने bike rally took out और भारत माता के जयकारे लगाए.
 

 

अंतिम संस्कार से पहले शहीद शिशुपाल सिंह बगड़िया को BSF के जवानों ने guard of Honour दिया. इस दौरान युवाओं ने भारत माता के जयकारे लगाए. इसके बाद बीएसएफ के डीआईजी ने शहीद के पुत्र और पत्नी को तिरंगा सौंपा. शहीद की heroine ने कई बार उन्हें सैल्यूट किया.
 

 

शहीद शिशुपाल सिंह बगड़िया की वीरांगना कमला देवी, बेटी कविता और शहीद के साले ने जनप्रतिनिधियों और सरकार पर सवाल उठाये. शहीद वीरांगना कमला देवी ने कहा कि 7 दिन तक उनका परिवार JAIPUR में बैठा रहा लेकिन एक भी जनप्रतिनिधि उन्हें पूछने नहीं आया. किसी ने यह तक जवाब ठीक से नहीं दिया कि आखिर उनका पार्थिव शरीर कब तक पैतृक गांव लाया जाएगा.
 
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शहीद के अंतिम संस्कार में पहुंचे Congress state president Govind Singh Dotasara ने कहा कि Shekhawati Veer Mothers की भूमि है और यहां से बड़ी संख्या में जवानों ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है. शहीद शिशुपाल सिंह की शहादत को हमेशा के लिए याद रखा जाएगा. गोविंद सिंह डोटासरा ने गांव के सरकारी स्कूल का नामकरण शहीद के नाम से करने की घोषणा की. इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि इस गांव में Health center भी खुलवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि शिशुपाल सिंह बगड़िया की बेटी भी डॉक्टर की पढ़ाई कर रही है. इसलिए यहां पर चिकित्सा सुविधाएं होना बहुत जरूरी होगा.
 

 

शहीद वीरांगना ने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को कहा कि आपसे उम्मीद थी कि आप जरूर घर पहुंचेंगे लेकिन आप भी नहीं आए. इस पर डोटासरा ने कहा कि मैं कोरोना पॉजिटिव था इसलिए नहीं आ पाया. शहीद की बेटी ने कहा कि उनके पिता ने पूरा जीवन देश को समर्पित किया है उनके साथ जो भी हुआ है उसकी जांच होनी चाहिए. शहीद वीरांगना ने भी कहा कि हमारे किसी भी जनप्रतिनिधि यथा सांसद और विधायक ने सुध नहीं ली. इसका मुझे खेद और दुख है. शहीद शिशुपाल को सैल्यूट करता उनका बेटा, बेटी और वीरांगना.

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