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Yasin Malik: जेल में बंद मलिक की भूख हड़ताल खत्म -Tihar Jail

Yasin Malik ended the fast: तिहाड़ जेल में पिछले 10 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे Kashmiri separatist leader Yasin Malik ने सोमवार शाम अपना अनशन समाप्त कर दिया. बताया जा रहा है कि यासीन मलिक की मांगों के बारे में संबंधित अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है, जिसकी जानकारी होने पर उसने भूख हड़ताल खत्म कर दी.
 
Yasin Malik: जेल में बंद मलिक की भूख हड़ताल खत्म -Tihar Jail

Haryana UPdate: यासीन ने 22 जुलाई को यह आरोप लगाते हुए hunger strike शुरू की थी कि उनके मामले की ठीक से जांच नहीं हो रही है. 26 जुलाई को यासीन को Ram Manohar Lohia Hospital (आरएमएल) में भर्ती कराया गया था और 29 जुलाई को वह वापस जेल भेज दिया गया था.

 

 

उम्रकैद की सजा काट रहा

प्रतिबंधित Jammu and Kashmir Liberation Front (जेकेएलएफ) का 56 वर्षीय gangster terrorism से जुड़े पैसे के लेनदेने के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है. अधिकारियों ने कहा कि उसने दिल्ली जेल के Director General Sandeep Goyal के अनुरोध पर अपनी भूख हड़ताल दो महीने के लिए टाल दी है. यासीन मलिक ने indefinite hunger strike शुरू कर दी थी जब केंद्र ने Rubaiya Saeed kidnapping case की सुनवाई कर रही जम्मू की एक अदालत में प्रत्यक्ष रूप से पेश होने की उसकी मांग पर जवाब नहीं दिया.

22 जुलाई से hunger strike in tihar jail
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि महानिदेशक संदीप गोयल ने यासीन मलिक को बताया कि उसके द्वारा उठाई गई मांगों को संबंधित अधिकारियों को भेज दिया गया है और उसे इस पर निर्णय के बारे में सूचित किया जाएगा. संदीप गोयल ने कहा कि 22 जुलाई से तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल पर बैठे दोषी Yasin Malik ने मेरे कहने पर सोमवार शाम अपना अनशन समाप्त कर दिया है.

इलाज कराने से किया मना
Yasin Malik को पिछले महीने blood pressure  में उतार-चढ़ाव के बाद दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में भर्ती कराया गया था और जेल लौटने के बाद उसने कुछ भी खाने से इनकार कर दिया था. अधिकारियों ने कहा कि तिहाड़ की जेल संख्या-7 में एकांत कारावास में रखे गए अलगाववादी नेता को जेल के चिकित्सा जांच कक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां उसे नस के जरिए तरल पदार्थ दिए जा रहे थे. यासीन मलिक ने अस्पताल के डॉक्टरों को एक पत्र सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि वह इलाज नहीं कराना चाहता.

 

 

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