Peace Agreement: असम के 5 उग्रवादी संगठनों के साथ आज शांति समझौते पर हस्ताक्षर करेगा केंद्र
Assam Peace Agreement: शीर्ष सरकारी सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय (एमएचए) में आज शाम 5 बजे के बाद समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे.
शांति समझौते पर केंद्र सरकार, असम सरकार और असम के पांच विद्रोही संगठनों- ऑल आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी, असम के आदिवासी कोबरा मिलिटेंट्स, बिरसा कमांडो फोर्स, संथाल टाइगर फोर्स और आदिवासी पीपुल्स आर्मी द्वारा हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है.
Also Read This News- RBI: महंगाई पर नकेल कसने की तैयारी में आरबीआई, क्या बड़ सकती है ब्याज दरें
संघर्ष विराम में हैं ये पांच संगठन
अधिकारियों ने बताया कि इन पांच आदिवासी संगठन समूहों के साथ त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है, जो सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौते में शामिल हैं.
बता दें असम के ये आदिवासी संगठन समूह वर्षों पहले ऑपरेशन के निलंबन की घोषणा के बाद से संघर्ष विराम में हैं और उसके बाद शांति वार्ता कर रहे हैं. इन समूहों के सौ से अधिक कार्यकर्ता अब अस्थायी रूप से असम पुलिस के संरक्षण में निर्दिष्ट शिविरों में रह रहे हैं.
समझौते के तहत यह लोग रहेंगे मौजूद
समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा असम सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौजूद रहेंगे. केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान मौजूद रहेंगे, जिसका उद्देश्य असम और पूर्वोत्तर में शांति लाना है.
इस बीच, ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए गृह मंत्रालय जाने से पहले असम के मुख्यमंत्री दोपहर को असम हाउस में पांच उग्रवादी संगठनों के सदस्यों से मुलाकात करेंगे. इससे पहले भी उन्होंने अंतिम समझौते के संबंध में विद्रोही आदिवासी समूहों के साथ बैठक की थी.
Also Read This News- कार के पीछे की सीट बेल्ट नहीं लगाने पर कट सकता हा चालान, जानिए नया नियम
जनवरी 2020 में हुआ था एतिहासिक समझौता
बता दें जनवरी 2020 में केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने 50 साल से अधिक पुराने बोडो संकट को समाप्त करने के लिए नई दिल्ली में भारत सरकार, असम सरकार और बोडो प्रतिनिधियों के बीच एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर करने की अध्यक्षता की थी.
समझौते के बाद, तीन नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) गुटों के कुल 1,615 कैडरों ने 30 जनवरी, 2020 को अपने हथियार डाल दिए. इस अवसर पर एनडीएफबी के सदस्यों द्वारा एके 47 राइफल, लाइट-मशीन गन और स्टन गन सहित 4,800 से अधिक हथियार डाले गए.