Energy Weapon: क्या है डायरेक्ट एनर्जी सिस्टम हाइपरसोनिक?
Energy Weapon: What is Direct Energy System Hypersonic?
Haryana Update: Directed Energy सिस्टम यानि निर्देशित ऊर्जा प्रणालियां, जो किसी प्रणाली को नष्ट करने या उसके इलेक्ट्रॉनिक्स (Electronics) को बाधित करने के लिए लेजर या माइक्रोवेव उत्सर्जक (laser or microwave emitter) का उपयोग करती हैं। डायरेक्ट एनर्जी सिस्टम हाइपरसोनिक (Direct Energy System Hypersonic) हथियारों से बचाव के लिए एक संभावित विकल्प हैं। इस महीने, अमेरिकी नौसेना ने यूएसएस प्रीबल (USS Prebble) पर लॉकहीड मार्टिन (Lockheed Martin) का हेलीओस लेजर सिस्टम (Helios Laser System) भी स्थापित किया है।
सिस्टम का इस्तेमाल नहीं किया-system not used
अभी तक इस सिस्टम का इस्तेमाल नहीं किया गया है, लिहाजा लेजर हथियार कितना शक्तिशाली और कितना असरदार हो सकता है, इसका पता नहीं चल पाया है, लेकिन डायरेक्टेड एनर्जी सिस्टम ऑप्टिकल-डैजलर और सर्विलांस (Directed Energy System Optical-Dazzler and Surveillance) के साथ हाई पावर लेजर का इस्तेमाल करता है, लिहाजा इससे हाइपरसोनिक मिसाइलों को हवा में ही ध्वस्त किया जा सकता है। हालांकि, इसके लिए काफी ज्यादा शक्तिशाली और सक्षम रक्षात्मक लेजर हथियारों का निर्माण करना पड़ेगा और अमेरिकी नेवी के वरिष्ठ अधिकारी ने इसी का जिक्र किया है।
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रिसर्च और टेक्नोलॉजी पर काम शुरू-Research and technology work begins
अमेरिकी रक्षा विभाग (US Department of Defense) के रिसर्च और इंजीनियरिंग विंग के अवर सचिव हेइडी श्यू (Secretary Heidi Shue) ने निर्देशित ऊर्जा प्रणालियों को रक्षा विभाग के लिए महत्वपूर्ण महत्व के प्रौद्योगिकी क्षेत्र के रूप में नामित किया है। डायरेक्ट एनर्जी सिस्टम, जो लक्ष्यों को नष्ट करकने के लिए लेजर या माइक्रोवेव उत्सर्जक का उपयोग करती हैं, वो पिछले कई सालों से लोगों के लिए किसी विज्ञान की कहानी की तरह रही हैं, लेकिन अब टेक्नोलॉजी उस मुकाम तक पहुंच गई है, जहां पर यह एक काल्पनिक कहानी सच हो जाए और फिर युद्ध के मैदान में इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाए।
दो जहाजों पर तैनाती-deployment on two ships
साल 2014 में अमेरिकी नौसेना ने फारस की खाड़ी में यूएसएस पोंस पर एक लेजर हथियार प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण और तैनाती की थी। यह प्रणाली ड्रोन, छोटे विमान और छोटी नावों पर हमला करने और उन्हें ध्वस्त करने में सक्षम थी, वहीं पिछले साल, नौसेना ने यूएसएस पोर्टलैंड (Navy USS Portland) पर एक अधिक उन्नत लेजर प्रणाली का परीक्षण किया था। लेकिन, अब खतरा हाइपरसोनिक मिसाइलों (hypersonic missiles) से है, लिहाजा अब नई प्रणाली विकसित करने की जरूरत है। हालांकि, इस टेक्नोलॉजी को बनाने में जो शुरूआती परीक्षण किए गये हैं, वो फेल हो गये हैं।
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हाइपरसोनिक ग्लाइड बॉडी का टेस्ट फेल-Hypersonic glide body test fails
पिछले दिनों पेंटागन ने कहा था, कि जुलाई महीने में सामान्य हाइपरसोनिक ग्लाइड बॉडी का एक परीक्षण फेल हो गया था। अमेरिकी नौसेना और सेना के बीच संयुक्त उद्यम कॉमन हाइपरसोनिक ग्लाइड बॉडी का पिछला परीक्षण भी वक्त से पहले ही खत्म कर दिया गया था, जब बूस्टर रॉकेट फेल हो गया। बूस्टर रॉकेट के बिना, पेंटागन कॉमन हाइपरसोनिक ग्लाइड बॉडी के परीक्षण को आगे नहीं बढ़ा सका। लेकिन गिल्डे ने को कहा कि, इस टेक्नोलॉजी को कामयाब बनाने के लिए लगातार रिसर्च किए जा रहे हैं और अमेरिकी नौसेना सफलता के लिए प्रतिबद्ध है। अमेरिकी नौसाने की योजना साल 2025 तक इस सिस्टम को अपने युद्धपोत पर और साल 2028 तक इस टेक्नोलजी को पनडुब्बियों पर तैनात करने की है।