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Haryana: पंचायती राज के अंदर आयेगें शिक्षा खंड, मुख्यालय ने शिक्षा अधिकारियों से मांगा स्कूलों का ब्योरा

मुख्यालय ने शिक्षा अधिकारियों से स्कूलों का ब्योरा मांगा है। 119 से बढ़कर 143 खंड हो जाएंगे। 25 नए खंड बनने से खंड शिक्षा अधिकारियों का बोझ घटेगा। स्कूल प्रबंधन, शिक्षक और विद्यार्थियों को काम कराने दूर नहीं जाना पड़ेगा।
 
 
Haryana News

Haryana: अब शिक्षा खंडों की संख्या भी पंचायती राज के सामुदायिक विकास खंड (सीडी ब्लॉक) के समान हो जाएगी। शिक्षा निदेशालय की ओर से अपने खंडों का पंचायती राज की तर्ज पर विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों से उनके खंडों में पड़ने वाले स्कूलों का ब्यौरा मांगा गया है।

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ऐसे में वर्तमान में प्रदेश के 119 शिक्षा खंडों की संख्या बढ़कर पंचायती राज के खंडों के समान 143 हो जाएगी। करनाल जिले में वर्तमान में छह शिक्षा खंड हैं। इनमें करनाल, घरौंडा, इंद्री, असंध, निसिंग और नीलोखेड़ी। अब इन खंडों की संख्या बढ़कर नौ हो जाएगी। इनमें कुंजपुरा, मूनक और चिड़ाव अलग से खंड बनेगा। जबकि अब तक इन खंडों के स्कूल अन्य खंडों में थे।
प्रदेश में 24 नए खंड बनने से जहां शिक्षा व्यवस्था बेहतर हो सकेगी। वहीं, शिक्षा विभाग में खंड शिक्षा अधिकारियों के नए पद भी सृजित होंगे। जब नए अधिकारी मिल जाएंगे तो वर्तमान में कार्यरत बीईओ के काम का लोड भी कम होगा। इसके अलावा स्कूल मुखिया, शिक्षक व विद्यार्थियों को अपने काम के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।
सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में भी तेजी आएगी। इसके अलावा स्कूलों पर निगरानी और प्रबंधन का कार्य आसान होगा। प्रदेश सरकार का शिक्षा व्यवस्था में सुधार पर विशेष फोकस है। पिछले दिनों ही 119 खंड शिक्षा अधिकारियों में कई रिक्त पदों पर प्रिंसिपलों को प्रमोशन के बाद भरा गया है। अब नए खंड बनने से व्यवस्था में और सुधार आएगा। ब्यूरो
अभी कई स्कूलों में होती है दुविधा
वर्तमान में शिक्षा विभाग के अलग खंड होने से काम को लेकर कई बार शिक्षा अधिकारियों, शिक्षकों व विद्यार्थियों में दुविधा की स्थिति पैदा हो जाती है। क्योंकि सीडी ब्लॉक के कुछ खंड ऐसे थे जो शिक्षा खंड के अधीन आते थे। ऐसे में अधिकारियों को संबंधित स्कूल का खंड ढूंढने में भी दिक्कत आती थी। उदाहरण के तौर पर करनाल जिले के कुंजपुरा सीडी खंड के कुछ स्कूल इंद्री शिक्षा खंड में आते हैं तो कुछ करनाल व घरौंडा में। ऐसे में विकास खंड के हिसाब से शिक्षा खंड बनने से यह दुविधा की स्थिति नहीं रहेगी।
सीडी ब्लॉक अनुसार मांगा ब्योरा
निदेशालय की तरफ से सामुदायिक विकास खंड के अनुसार, स्कूलों का ब्योरा मांगा गया है। इसमें प्राथमिक, मिडल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूल कौन सा किस खंड में आएगा, इसकी जानकारी मांगी है। नए खंड बनने से खंड शिक्षा अधिकारियों के पद बढ़ जाएंगे। काम का दबाव कम होगा। - राजपाल चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी, करनाल

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