logo

Haryana Jobs 2023: हरियाणा कौशल रोजगार निगम में कंडक्टरों के 487 पदों पर निकली भर्ती, योग्यता 10वी पास जाने आवेदन प्रोसेस डिटेल

NKRN Haryana Roadways Recruitment 2023: हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) से पहले चरण में 16 डिपो में 487 कंडक्टरों को भर्ती किया जा रहा है। हरियाणा रोडवेज में लंबे समय से कंडक्टरों की कमी बनी हुई है। यहां कई डिपो में परिचालकों के अभाव में बस खड़ी हैं। आइये जाने पूरी भर्ती डिटेल 

 
NKRN Haryana Roadways Recruitment

Haryana Roadways Jobs 2023: कंडक्टरों की कमी से जूझ रही हरियाणा रोडवेज में अब परिचालकों की भर्ती होगी। हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) से पहले चरण में 487 कंडक्टर भर्ती किए जाएंगे। इनकी सेवा अवधि 6 महीने की होगी।

इसके बाद इनका विस्तार किया जाएगा। परिवहन विभाग ने मंगलवार को हरियाणा कौशल रोजगार निगम के पास अपनी मांग भेज दी है। जिसके तहत प्रदेश के 16 डिपो में यह भर्तियां की जाएंगी।

हरियाणा रोडवेज में लंबे समय से कंडक्टरों की कमी बनी हुई है। यहां कई डिपो में परिचालकों के अभाव में बस खड़ी हैं। सरकार के पास चालक तो हैं, लेकिन परिचालकों की कमी है। अब सरकार ने नियमित भर्ती करने की जगह एचकेआरएन से कमी पूरी करने का फैसला किया है।

हरियाणा के Deputy CM दुष्यंत चौटाला ने दी किसानों को राहत की सांस! 22 करोड़ रुपये से अधिक का गेहूं हुई खराब, लेकिन खराब फसल पर पूरा मुआवजा दें का किया पक्का वादा

कहां कितनी भर्तियां?

अंबाला में 32, भिवानी में 28, चंडीगढ़ में 47, दिल्ली में 23, फरीदाबाद में 41, फतेहाबाद में 34, जींद में 24, कुरुक्षेत्र में 17, कैथल में 61, पंचकूला में 19, पानीपत में 16, पलवल में 30, सोनीपत में 28, सिरसा में 63, यमुनानगर में 21 और हिसार में तीन परिचालकों को तैनात किया जाएगा।

6 महीने के बाद मिलेगा सेवा विस्तार

परिवहन विभाग के निदेशक की ओर एचकेआरएन के एमडी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि पहले चरण में यह नियुक्ति छह माह के लिए होंगी। इसके बाद तैनात किए गए परिचालकों के सेवा विस्तार पर सरकार के निर्देशानुसार फैसला लिया जाएगा।

हरियाणा में बुढ़ापा पेंशन पर बड़ा विवाद! हमारी सरकार होती 5100 रुपए पेंशन करने के फैसले पर मुहर लगती, जजपा का है कहना

वहीं दूसरी ओर हरियाणा रोडवेज संयुक्त संघर्ष समिति की एक बैठक मंगलवार को बहरामपुर रोड स्थित HREC परिसर में हुई। इसमें एचआरईसी कर्मचारियों को आ रही दिक्कतों बारे में मंथन हुआ।

प्रधान सुरेश यादव ने कहा कि जीएम से तीन बार यूनियन मिल चुकी है, लेकिन यूनियन की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया है। सेवानिवृत कर्मचारियों को बकाया लाभ नहीं मिल रहे हैं। उन्हें ऑफिस के चक्कर काटने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

click here to join our whatsapp group