Haryana Update: केंद्रीय रोजगार मंत्री ने डाक विभाग में नौकरी पाने वाले 218 युवाओं को दिए जॉइनिंग लेटर
आपको बता दे की अम्बाला शहर स्थित किंगफिशर पर्यटन स्थल में मंगलवार को केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने डाक विभाग में नौकरी पाने वाले 218 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए।
Haryana Update: अम्बाला शहर स्थित किंगफिशर पर्यटन स्थल में मंगलवार को केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने डाक विभाग में नौकरी पाने वाले 218 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए। इस समारोह में प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी शामिल हुए। कार्यक्रम में अम्बाला के अलावा देश भर से 45 अलग-अलग स्थानों से युवा पहुंचे थे।
मौके केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब तक विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े पदों को भरते हुए 71 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले 8 वर्षों में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए गए। ग्रामीणों क्षेत्रों में स्किल युवाओं के साथ-साथ अनस्किल्ड युवाओं को मनरेगा, अंत्योदय आदि योजनाओं के जरिए रोजगार दिए गए।
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वहीं, मुद्रा योजना, स्मार्ट इंडिया, डिजिटल इंडिया आदि योजनाओं के माध्यम से लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए। मौके पर विधायक असीम गोयल, डाक सेवा निदेशक राधिका धीर, एसडीएम सतिंद्र सिवाच, भाजपा जिला प्रधान राजेश बतौरा मौजूद रहे।
नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओं की जुबानी: जयपुर निवासी सारिका गुप्ता ने बताया कि वह ग्रेजुएशन के साथ ही कोचिंग के जरिए सरकारी नौकरी की तैयारी कर रही थी। 4 साल की तैयारी के उपरांत उन्हें यह सफलता मिली है। नौकरी मिलने से अब वह बेहद खुश है। महेंद्रगढ़ निवासी सौरभ यादव ने बताया कि उन्हें भू-विज्ञान में हमेशा से रुचि थी।
जिसे लेकर वे कॉलेज के दिनों से ही गंभीर था। एनआईटी कुरुक्षेत्र से वर्ष 2017 में इंजीनियरिंग करने के बाद से ही उन्होंने बगैर किसी कोचिंग के तैयारी शुरू कर दी। आज उन्हें सफलता मिली है, जिसे लेकर वह बहुत उत्साहित हैं।
फतेहाबाद निवासी कोमल रानी ने कहा कि उसे बचपन से ही कैग की गतिविधियों के बारे में जानने की रुचि होती थी। स्कूल में शिक्षा के दौरान ही उन्होंने तय कर लिया था कि वह सीजीडीए विभाग में ही जाएंगी। उनके परिवार में सरकारी नौकरी पाने वाली वह इकलौती हैं। अपनी इस सफलता पर गर्व करती है।
नरवाना निवासी राहुल ने बताया कि वह पहले फौज में जाने की तैयारी कर रहा था लेकिन सरकार की अग्निपथ योजना लागू होने के बाद उसे डर था कि वह 4 साल बाद कहीं बेरोजगार न हो जाए क्योंकि उसका पूरा परिवार खेती पर निर्भर है। उसे स्थाई नौकरी की आवश्यकता थी। इसलिए बाद में उन्होंने डाक विभाग में जाने का मन बनाया। इसके बाद उन्हें सफलता मिली है।