CBI में कैसे मिलती है नौकरी, जानिए सैलरी और सिलेक्शन प्रोसेस...
CBI SI Salary: सीबीआई यानी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) भारत की सबसे शीर्ष जांच एजेंसियों में से एक है, जहां हजारों लोग काम करने का सपना देखते हैं. अगर आप भी CBI में सब-इंस्पेक्टर के पदों पर भर्ती होना चाहते हैं, तो SSC CGL परीक्षा के माध्यम से अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं.
SSC CGL भर्ती के तहत CBI में सब-इंस्पेक्टर के पदों के लिए 20 से 30 वर्ष के आयु वर्ग के उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं. CBI में सब-इंस्पेक्टर (SI) के लिए शैक्षिक योग्यता के लिए किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या समकक्ष से किसी भी विषय में ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए. अगर आप भी इन पदों पर नौकरी पाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए इन बातों को विस्तार से पढ़ें.
CBI SI Salary स्ट्रक्चर
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) में एक सब-इंस्पेक्टर (SI) का वेतनमान केंद्रीय सरकार द्वारा अनुमेय भत्तों के अतिरिक्त 4600 रुपये के ग्रेड वेतन के साथ 44900 रुपये से लेकर 142400 रुपये है. 7वें वेतन आयोग के अनुसार CBI में सब-इंस्पेक्टर (SI) को शुरू में लगभग 50,000/- प्रति माह का वेतन मिलेगा. (पोस्टिंग के स्थान के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है)
CBI SI का प्रमोशन
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) में एक सब-इंस्पेक्टर (SI) को इंस्पेक्टर के पद पर पहली बार पदोन्नत होने में लगभग 5 से 6 साल का समय लगता है. डिप्टी सुपरिटेंडेंट के पद पर दूसरी पदोन्नति में 8 से 10 साल लग सकते हैं. फिर एडिशनल सुपरिटेंडेंट के पद पर पदोन्नति में भी करीब 10 साल लग सकते हैं. उसके बाद हर 4-5 साल में आपको प्रमोशन मिलता है. आम तौर पर CBI में एक सब-इंस्पेक्टर को सीनियर सुपरिटेंडेंट के स्तर पर पदोन्नत किया जाता है.
CBI में सब-इंस्पेक्टर (SI) के रूप में काम करना एक अच्छे वेतन पैकेज के साथ युवा और उत्साही उम्मीदवारों के लिए एक शानदार करियर प्रदान करता है.
CBI सब इंस्पेक्टर भी मूल वेतन का 25% + DA विशेष प्रोत्साहन भत्ता (SIA) के रूप में प्राप्त करता है, यानी लगभग 11000 रुपये. मेडिकल, HRA, TA, DA (मुद्रास्फीति की भरपाई के लिए), आदि के लिए CGHS की सुविधा भी दी जाती है.
CBI SI की जॉब प्रोफाइल
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) में सब-इंस्पेक्टर (SI) की जॉब प्रोफाइल को दो श्रेणियों में बांटा गया है – डेस्क जॉब और फील्ड वर्क.
डेस्क जॉब – यदि उम्मीदवार को डेस्क का काम सौंपा जाता है, तो उसे विभिन्न मामलों (सक्रिय या लंबित) से संबंधित बहुत सारे कागजी कार्य / फ़ाइल कार्य को संभालना पड़ता है, जो प्रकृति में लिपिकीय और प्रशासनिक है. इसमें काम के घंटे निर्धारित हैं और काम का कोई बोझ नहीं के बराबर माना जाता है.
फील्ड वर्क – यदि उम्मीदवार को डेस्क वर्क सौंपा गया है, तो वह पूछताछ/जांच और सूचना एकत्र करने जैसे विभिन्न मामलों पर केंद्रीय जांच ब्यूरो टास्क फोर्स के साथ काम करेगा.