SSC Exam In Different Languages: केंद्र का बड़ा फैसला, हिंदी-अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में भी होगा SSC Exam
SSC Exam In Different Languages: हिंदी और अंग्रेजी के अलावा अब असमिया, बंगाली, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, उड़िया, उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी और कोंकणी भाषा में SSC की परीक्षा आयोजित की जाएगी.
दक्षिण भारत सहित अन्य राज्यों से लगातार अंग्रेजी और हिंदी के अलावा अन्य भाषाओं में SSC की परीक्षा आयोजित कराने की मांग की जा रही थी. जिसके बाद केंद्र ने एतिहासिक फैसला लेते हुए अब अंग्रेजी और हिंदी के अलावा 13 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा कराने को मंजूरी दे दी है.
इस बात की जानकारी केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह द्वारा दी गई.
हिंदी और अंग्रेजी के अलावा इन भाषाओं में होगी परीक्षा
हिंदी और अंग्रेजी के अलावा असमिया, बंगाली, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, उड़िया, उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी और कोंकणी भाषा में SSC की परीक्षा आयोजित की जाएगी.
केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों से भी इस बात की अपेक्षा की जाती है कि वो मातृभाषा में परीक्षा देने और देशसेवा में अपना भविष्य बनाने के लिए युवाओं को प्रत्साहित करेंगे.
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इसके साथ ही इस बात का भी प्रयास किया जा रहा है कि संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध सभी भाषाओं को इसमें शामिल किया जा सके.
फैसले को मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एमटीएस 2022 परीक्षा नोटिस को विशेष रूप से दक्षिण भारत से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है. SSC लगातार कि क्षेत्रीय असमानताओं को खत्म करने और भाषाई विविधता को महत्व देने का प्रयास कर रहा है.बयान में कहा गया है कि बहु-भाषा (एमटीएस 2022) में पहली परीक्षा 2 मई से शुरू होगी.
उन्होंने कहा कि अंततः संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध सभी भाषाओं को शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
अंग्रेजी और हिंदी के अलावा दूसरी क्षेत्रीय भाषाओं में SSC परीक्षा आयोजित करने की लंबे समय से मांग की जा रही थी, जिसके बाद सरकार ने आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं की योजना और पाठ्यक्रम की समीक्षा के लिए एक विशेष समिति नियुक्त की थी.
इस समिति ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की सिफारिश की थी कि भारत में कई भाषाएं बोली जाती हैं, ऐसे में परीक्षाओं को भी क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित करना उचित होगा.
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शुरुआत में आयोग ने एमटीएस परीक्षा 2022 और सीएचएसएलई परीक्षा 2022 को उन 15 भाषाओं में आयोजित करने का फैसला किया है, जिनका उपयोग आईबीपीएस/आरआरबी अपनी परीक्षा आयोजित करने के लिए करते हैं.