IAS Somya Sharma : ये महिला अधिकारी 4 माह में तैयारी कर बन गईं IAS अफसर
Haryana Update : सुनने की शक्ति खो देने के बाद भी IAS Saumya Sharma इरादे नहीं डगमगाए। वह न सिर्फ आईएएस अधिकारी बनीं बल्कि आल इंडिया 9वीं रैंक लाकर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में टॉप भी किया।
ये कहानी एक ऐसे आईएएस अधिकारी की है, जिसने 16 साल की उम्र में सुनने की शक्ति खो दी। ये कहानी 2018 बैच की यूपीएससी टॉपर आईएएस सौम्या शर्मा की है। आगे जानिए 16 साल की उम्र में सुनने की शक्ति खो देने के बाद भी IAS Saumya Sharma इरादे नहीं डगमगाए।
वह न सिर्फ आईएएस अधिकारी बनीं बल्कि आल इंडिया 9वीं रैंक लाकर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में टॉप भी किया।सौम्या शर्मा ने सिर्फ चार महीने सेल्फ स्टडी की। बिना कोचिंग गए इतने दिन में ही उन्होंने सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा पास करने में कामयाबी हासिल की थी।
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के समय भी वह इतनी बीमार थीं कि उन्हें एक दिन तो दिन में तीन बार सलाइन चढ़ानी पड़ी। सौम्या शर्मा मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं।उनकी स्कूलिंग दिल्ली से ही हुई है। वह शुरू से ही पढ़ाई में होशियार थीं। उन्होंने इंटरमीडिएट के बाद ही पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स के लिए नेशनल लॉ स्कूल में एडमिशन ले लिया था।
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लॉ की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी पास कर प्रशासनिक अधिकारी बनना तय कर लिया था। सौम्या शर्मा का मानना है कि अगर आपको सेल्फ स्टडी के दम पर परीक्षा पास करने का भरोसा है
तो कोचिंग की जरूरत नहीं है। हां, अगर गाइडेंस चाहिए तो उसके लिए कोचिंग ली जा सकती है। यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है। उनका मानना है कि कोचिंग ज्वाइन करनते हैं
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तब भी सेल्फ स्टडी बेहद जरूरी है। अगर आप अच्छे शेड्यूल के साथ जान लगाकर पढ़ाई करते हैं तो सफलता जरूर मिलेगी। आईएएस सौम्या शर्मा ने 2018 बैच के आईपीएस अर्चित चांडक से की है।
आईएएस सौम्या की तरह उनका भी महाराष्ट्र कैडर ही है। अर्चित चांडक ने आईआईटी दिल्ली से बीटेक किया है। ये जोड़ी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव नजर आती है। दोनों सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें शेयर करते रहते हैं जिन पर यूजर खूब रिएक्ट करते हैं।