Haryana Kisan Scheme : 20 हजार से ज्यादा किसान भाइयों के लिए खुशखबरी, शुगर मील...
साथ ही, प्रबंधन ने इस बार शुगर मिल में 175 लाख क्विंटल से अधिक गन्ना पैराई का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस दौरान गन्ना आपूर्ति मिल में कई किसान भी उपस्थित थे।
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मैनेजमेंट ने 45 खरीद केंद्रों और करएहेड़ा खुर्द गांव के घनश्याम दास को सम्मानित किया। हम आपकी जानकारी के लिए बता दे कि शुगर मिल में जितना भी गन्ना आता है, इसका रकबा तकरीबन 96 हजार एकड़ है. गन्ने की खरीद को बेहतर बनाने के लिए अबकी बार मैनेजमेंट की तरफ से 45 खरीद केंद्र भी बनाए गए हैं. किसानों ने अपनी गन्ना ट्रॉलियों को इन खरीद केदो में डाला जाएगा। गन्ने खरीद केंद्र से गन्ने लाने लेने के लिए भी गन्ने मिल ने अपने वाहन लगाए हैं।
इन जिलों के किसानों को होगा लाभ यदि पिछले वर्ष की आंकड़ों की बात की जाए, तो गन्ना मील में 166 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हुई थी. 31 अक्टूबर को 28 वर्षों के बाद मिल का पैराई सीजन फिर से शुरू हुआ। 1995 में इसका शुभारंभ हुआ था। हरियाणा और पंजाब में सरस्वती शुगर मिल की शुरुआत इतनी जल्दी हुई है। मुख्य संचालन अधिकारी ने बताया कि मिल का पैराई सीजन शुरू होने से यमुनानगर के आसपास के जिलों के लगभग 22000 किसानों को भी फायदा होगा। अब किसान समय पर गेहूं बो सकेंगे।