Haryana News : हरियाणा में अब राशन के साथ साथ मिलेंगे फ्री कपड़े, जानिए ये स्कीम
हमारे सनातन धर्म में मानव सेवा सबसे महत्वपूर्ण है। “नर सेवा ही नारायण सेवा” कहावत को भारत में कई सामाजिक संस्थाएं मानती हैं। पानीपत दशहरा कमेटी ने गरीब लोगों की मदद करने के लिए एक बैंक बनाया है, जो जरूरतमंद लोगों को कपड़े और सूखा राशन भी देता है।
अन्नपूर्णा वस्त्र एवं अनाज बैंक: इसे पानीपत दशहरा कमेटी ने अन्नपूर्णा वस्त्र एवं अनाज बैंक नाम दिया है। इस बैंक में जरूरतमंद लोगों को पासबुक से राशन मिलता है और दानियों को पासबुक बनाकर दान मिलता है। रमेश माता, अन्नपूर्णा बैंक के प्रधान, ने कहा कि उन्होंने टीवी पर देखा कि वाराणसी में गरीब लोगों के लिए एक सूखे राशन बैंक बनाया गया है। समाचार सुनने के बाद, उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ वाराणसी में चल रहे इस बैंक का दौरा किया और पानीपत में भी इसी तरह का राशन बैंक बनाया।
राशन लेने के लिए पंजीकृत होना चाहिए Passbook निर्माता रमेश माटा ने बताया कि उनका उद्देश्य यह है कि लोगों को लगे कि उन्हें कोई सूखा खाना देकर उन पर एहसान कर रहा है।उन्हें लगना चाहिए कि वह अपने बैंक खाते में हर महीने पैसे जमा करते हैं, और दानियों को पासबुक बनाकर देने का उद्देश्य सहयोग करने वाले लोगों को इस बैंक में पैसे जमा करने की अनुमति देना है। युवा भी इसे देखकर समाजसेवा करना सीख सकेंगे।
इस बैंक में खाता खुलवाने के लिए पहली अप्लाई यह है। बाद में सर्वे टीम आवेदक के घर जाकर सर्वे करती है। यदि सर्वे टीम को लगता है कि आवेदन करने वाला जरूरतमंद है, तो उसकी पासबुक बनाई जाती है और उसे राशन मिलना शुरू होता है। यदि आवश्यक परिस्थितियां कुछ दिनों बाद सुधर जाती हैं, तो उसकी पासबुक सर्वे टीम बंद कर दी जाएगी। प्रधान रमेश माटा ने सभी से अपील की है कि वे अपने घरों में पड़े पुराने कपड़े और गैर-उपयोगी सामान को फेंकने या संभाल कर रखने के बजाय इस बैंक में जमा कर दें।