Intresting Facts: जिन Panipuri गोलगप्पों को बड़े शौक से खाते हैं आप,जाने किसने किया था उनका आविष्कार
Haryana Update: Golgappa Intresting Facts: (Golgappa, Panipuri, Phulki, Gupchup, Pani Ke Batase or Puchka name are many but the test is the same) गोलगप्पा, पानीपुरी, फुल्की, गुपचुप, पानी के बताशे या पुचका नाम अनेक लेकिन टेस्ट एक ही। गोलगप्पे का नाम कुछ भी हो लेकिन उसका टेस्ट ऐसा होता है कि नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। यह भारत में काफी पसंद किया जाने वाला स्ट्रीट फूड है। पानीपुरी (Panipuri) का जो पानी होता है,उसका टेस्ट लाजवाब होता है और किसका ही मन खाने को न करता होगा।
Panipuri
(Golgappa is delicious with aloo gram or with aloo matar, or with spicy and sweet chutney) गोलगप्पा, आलू चने के साथ हो या आलू मटर के साथ, या फिर तीखी-मिठी चटनी के साथ स्वादिष्ट ही होता है। वैसे तो इसे हर कोई बड़े ही चाव से खाता है लेकिन महिलाओं को गोलगप्पों का शौक ज्यादा होता है।इसका इतिहास भी Mahabhrat period महाभारत काल की एक महिला से जुड़ा है। इसकी पौराणिक कहानियां (Mythological Stories) भी प्रचलित हैं।आइए जानते हैं क्या है इसका intersting history of panipuri रोचक इतिहास।।
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who made golgappas for the first time
बताया जाता है कि गोलगप्पों की शुरुआत Mahabhrat महाभारत काल (Mahabharata Period) से है।पहली बार द्रौपदी ने पांडवों के लिए टेस्टी पानीपुरी बनाई थी।कहानी है कि जब Pandavas पांडवों से शादी के बाद Draupadi द्रौपदी अपने ससुराल पहुंची तो Pandavas's mother पांडवों की मां कुंती ने बहू द्रौपदी की परीक्षा लेने की सोची। उस वक्त पांडवों का वनवास चल रहा था और घर पर ज्यादा कुछ खाने को भी नहीं थे तो कुंती देखना चाहती थीं कि उनकी बहू किस तरह अच्छे से घर संभाल सकती हैं।
story making of panipuri
एक दिन की बात है कि कुंती ने द्रौपदी को कुछ बचे हुए आलू, थोड़ा आटा और मसाले देते हुए कुछ स्वादिष्ट बनाने को कहा। कुछ ऐसा जिससे पांडवों का पेट भर जाए और स्वाद भी आ जाए। how to make panipuri द्रौपदी ने इसी आटे की पूरी बनाई और उसमें आलू और तीखा पानी भरकर पांचों पांडवों के सामने परोसा। गोलगप्पे खाकर पांडव खुश हो गए। उन्हें यह व्यंजन पसंद भी आया और उनका पेट भी भर गया। इससे कुंती भी काफी प्रसन्न हो गईं। माना जाता है यहीं से गोलगप्पे बनाने की शुरुआत हुई और इसे बनाने का making idea of panipuri आइडिया मिला।
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Connection of Panipuri with Magadha
ऐसा भी कहा जाता है कि फुल्की यानी Panipuri पानीपुरी पहली बार मगध में बनाई गई थी।यह आज South Bihar दक्षिणी बिहार के नाम से जाना जाता है। हालांकि उस समय इसका नाम क्या हुआ करता था इसकी कोई जानकारी नहीं है। लेकिन कई जगहों पर इसके प्राचीन नाम फुल्की का जिक्र जरुर मिलता है। ऐसा इसलिए भी दावा किया जाता होगा, क्योंकि History इतिहास के अनुसार, गोलगप्पे में इस्तेमाल किया जाने वाला आलू और मिर्च, दोनों ही करीब 300-400 साल पहले भारत आए। इसलिए panipuri पानीपुरी की शुरुआत मगध से मानी जाती है।