Healthy Tips: बर्फ वाली Drinks कर देगी पाचन गड़बड़! Lungs हो जाएगे बिलकुल तहस-नहस
Haryana Update News: गर्मी के दिनों में घर से बाहर निकलते ही तेज प्यास लगती है। इस प्यास को बुझाने के लिए हम कभी ठेले पर मिलने वाले गन्ने का रस पीते हैं, तो कभी जूस, तो कभी नींबू सोडा। इन सबमें एक चीज कॉमन होती है- बर्फ।
इस मौसम में घर पर भी बर्फ डालकर पानी पीना और दूध वाली चाय की जगह आइस टी और कोल्ड कॉफी पीना नॉर्मल है।Haryanaupdate.com आज आपको इस पोस्ट के माध्यम से बर्फ का पानी पीना चाहिए या नहीं....
आज जरूरत की खबर में समझते हैं कि बर्फ का सेहत पर क्या असर पड़ता है। सर्दी-जुकाम के साथ यह हमें किस तरह नुकसान पहुंचाता है। क्या घर की फ्रिज में जमा बर्फ भी हेल्थ के लिए हानिकार है…
सवाल: बर्फ का पानी पीना चाहिए या नहीं?
जवाब: बर्फ का पानी पीने से बचना चाहिए। आपको पानी हमेशा कमरे के तापमान के हिसाब से ही पीना चाहिए। इसका मतलब न ज्यादा ठंडा पानी पीना सही न ही ज्यादा गर्म।
सवाल: तेज गर्मी में बाहर से आकर बर्फ डालकर कोल्ड कॉफी, जूस या पानी पीने से क्या नुकसान होता है?
जवाब: जब हम तेज धूप से आकर सीधे बर्फ वाला पानी पीते हैं, तब यह पानी शरीर के टेम्परेचर से मेल नहीं खाता। इससे शरीर का टेम्परेचर बिगड़ जाता है। जिससे हम बीमार पड़ने लगते हैं। यह हमारे पाचनतंत्र को बिगाड़ देता है।
बर्फ डालकर कुछ खाने-पीने से होने वाली बीमारियों की वजह डिटेल में समझते हैं…
हेपेटाइटिस: बर्फ अगर साफ पानी से नहीं जमाया गया है, पानी गंदा है तो उससे हेपेटाइटिस ए और ई वायरस होने का रिस्क रहता है। कई बार घर की फ्रिज में भी महीनों बर्फ जमकर पड़ा रहता है। वहां भी गंदगी होती है जो हमें बीमार करती है। जॉन्डिस होने के पीछे भी यही कारण है।
माइग्रेन: यह दूसरों के मुकाबले माइग्रेन वालों को ज्यादा तकलीफ दे सकता है। जब आप ठंडा पानी पीते हैं तो यह आपके नाक और रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को ब्लॉक कर देता है। जो माइग्रेन के दर्द को बढ़ा देता है।
गले में खराश: बर्फ वाला पानी पीने से नाक में रेस्पिरेटरी म्यूकोसा बनता है, जो रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट की एक प्रोटेक्टिव लेयर होती है। जब यह लेयर जम जाती है तो रेस्पिरेशन यानी सांस लेने में समस्या होती है। रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट कई संक्रमणों की चपेट में आ जाता है, जिससे गले में खराश होती है।
सवाल: कोई तो ऐसा समय होगा जब बर्फ वाला पानी पी सकते हैं?
जवाब: नहीं किसी भी समय इसे पीने की सलाह मेडिकली नहीं दी जा सकती। यह हर वक्त नुकसानदायक है।
सवाल: बर्फ वाला पानी पीने से कौन सी परेशानियां हो सकती हैं?
जवाब: इसकी डिटेल हम नीचे दे रहे हैं…
बॉडी हाइड्रेट नहीं रहती: बर्फ का पानी ठीक तरह से बॉडी को हाइड्रेट नहीं कर पाता है। कभी भी खाने के तुरंत बाद बर्फ वाला पानी पीने से बचना चाहिए। यह शरीर को नुकसान पहुंचाता है।
न्यूट्रिएंट्स का नुकसान: आमतौर से बॉडी टेम्प्रेचर 37 डिग्री तक होता है। जब आप बर्फ का पानी पीते हैं तो शरीर को टेम्प्रेचर मेंटेन करने के लिए बहुत सारी एनर्जी खर्च करनी पड़ती है। जो एनर्जी डाइजेशन या न्यूट्रिएंट्स को ऑब्जर्व करने के लिए इस्तेमाल होती है।
वह बर्फ का पानी पचाने में लग जाती हैं। इसकी वजह से शरीर में न्यूट्रिएंट्स की कमी हो जाती है।
मोटापा: हर वक्त बर्फ वाला पानी पीने से शरीर में मौजूद फैट आसानी से बर्न नहीं हो पाता है। इसकी वजह यह है कि ठंडा पानी फैट को सख्त बना देता है। जिसकी वजह से वजन कम करने में परेशानी होती है।
कम होती है प्यास: पानी जब बहुत ठंडा होता है तो थोड़े से पानी से ही आपको ऐसा महसूस होगा, जैसे बहुत ज्यादा पानी पी लिया हो। यह आपकी प्यास पर कंट्रोल लगा देता है।
इससे आपके शरीर में पानी की मात्रा भी कम होती है। डॉक्टर की मानें तो हमे हमेशा 20 से 22 डिग्री टेम्प्रेचर वाला पानी ही पीना चाहिए।
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