देशवासियों के लिए खुशखबरी, भारत की GDP ने दिखाया अपना कमाल, सरकारी घाटे मे भी आई कमी, जानिए क्या कहते हैं आंकड़े
Haryana Update, Economy Desk: सरकार ने चौथी तिमाही के जीडीपी के आंकड़े जारी किए। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक चौथी तिमाही में देश की जीडीपी 6.1% थी। पहले देश की जीडीपी 4.4 फीसदी थी। जनवरी-मार्च तिमाही की यह जीडीपी ग्रोथ रेट रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के अनुमान से बेहतर है।
आरबीआई को जीडीपी ग्रोथ रेट 5.1 फीसदी रहने की उम्मीद थी।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पूरे वित्त वर्ष 2022/23 के लिए देश की आर्थिक विकास दर (GDP ग्रोथ रेट) 7.2 फीसदी रही. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग ने बुधवार को जीडीपी के आंकड़े जारी किए। वित्त वर्ष 2021/22 में देश की आर्थिक विकास दर 9.1 फीसदी रही। साथ ही सरकार ने बजट घाटे के आंकड़े भी प्रकाशित किए। राज्य का बजट घाटा कम हुआ है। ये भी उम्मीद से बेहतर रहा।
India's GDP grows at 6.1 per cent in January-March 2023: Govt data
— Press Trust of India (@PTI_News) May 31, 2023
तीन महीने में इस तरह इकनॉमी बढ़ी
वित्त वर्ष 2022-23 के तिमाही आधार पर आर्थिक वृद्धि को देखें तो अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में 13.1% की वृद्धि दर दर्ज की गई। इस दौरान जुलाई से सितंबर तक ग्रोथ 6.2 फीसदी और अक्टूबर से दिसंबर तक 4.5 फीसदी रही।
सरकार ने पिछली तीन तिमाहियों के संशोधित आंकड़े भी जारी किए। अप्रैल-जून तिमाही में संशोधित जीडीपी विकास दर 13.2 फीसदी, जुलाई-सितंबर तिमाही में 6.2 फीसदी और अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 4.5 फीसदी रही थी.
Central government's fiscal deficit for 2022-23 at 6.4 per cent of GDP: CGA data
— Press Trust of India (@PTI_News) May 31, 2023
सरकार का बजट घाटा गिर गया
इससे पहले सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट घाटे के आंकड़े भी जारी किए थे। अप्रैल 2022 और मार्च 2023 के बीच, राज्य का बजट घाटा घटकर सकल घरेलू उत्पाद का 6.4 प्रतिशत हो गया। सरकारी अनुमान के मुताबिक यह जीडीपी का 6.7 फीसदी होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चालू वित्त वर्ष के लिए कुल बजट में बजट घाटे को घटाकर सकल घरेलू उत्पाद का 6.4 प्रतिशत करने का लक्ष्य भी रखा है। अब इसे संशोधन के जरिए जीडीपी के 5.9 फीसदी के स्तर पर लाने का लक्ष्य है। वहीं, सरकार ने 2025-2026 तक इसे जीडीपी के 4.5 फीसदी पर लाने का लक्ष्य खुद रखा है।
ये अंक करते हैं आर्थिक समृद्धि सुनिश्चित
जीडीपी के अलावा देश की अर्थव्यवस्था के तमाम आंकड़े भी प्रकाशित किए गए। आप करीब से देख सकते हैं।
चौथी तिमाही में देश का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर 4.5% रही थी।
इस दौरान कंस्ट्रक्शन सेक्टर की ग्रोथ रेट 10.4 फीसदी रही है।
चौथी तिमाही में खनन क्षेत्र 4.6% बढ़ा।
इस दौरान सर्विस सेक्टर की ग्रोथ रेट 6.9 फीसदी रही।
चौथी तिमाही में भारत का औद्योगिक क्षेत्र 6.3% बढ़ा।
इस देश की कृषि जनवरी-मार्च तिमाही में 5.5% बढ़ी है।
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए प्रति व्यक्ति जीडीपी 1,96,983 रुपए थी।
बेरोजगारी कम हुई
हाल ही में एनएसओ ने शहरी बेरोजगारी दर भी जारी की थी। जनवरी-मार्च 2023 में शहरी बेरोजगारी दर गिरकर 6.8% पर आ गई। पिछले साल इसी अवधि में यह 8.2 फीसदी थी।
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