क्या PCOD और PCOS का कोई इलाज संभव है, पढ़िए पूरी खबर और पाइए अपने सवालो से निजात !
Home remedy for PCOD: जैसा कि हम सब जानते हैं कि पीसीओडी या पीसीओएस की कंडीशन काफी परेशानी भरी होती है। इनमें कई लक्षण दिखाई देते हैं। इनमें अनिमियत पीरियड्स से जुड़ी समस्या भी होती है।
ऐसे में पीसीओडी की समस्या से राहत पाने के लिए कई बार महिलाओं के मन में यह सवाल आता है कि क्या पीसीओडी का घरेलू उपचार संभव है।(Home remedy for PCOD) तो हम बता दें कि पीसीओडी या पीसीओएस का घरेलू उपाय नहीं है।
पेनकिलर न लें, अजमाए ये सरल उपाय और पीरियड्स के दर्द से पायें छुटकारा !
हाँ, इस स्थिति से थोड़ी राहत पाने के लिए या पीसीओडी के लक्षणों को कम करने के लिए आप कुछ आसान घरेलू उपायों को जरूर आजमा सकते हैं। तो आइये जानते हैं पीसीओडी के घरेलू उपचार के बारे में।
विषय सूची:
पीसीओडी क्या है?
पीसीओएस का निदान
क्या पीसीओडी का घरेलू उपचार संभव हैं?
पीसीओडी का घरेलू उपचार
जीवनशैली सम्बन्धी बदलाव
पीसीओडी क्या है?
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS-polycystic ovary syndrome) या पीसीओडी एक हार्मोनल विकार है। जिनको पीसीओएस होता है उनकी ओवरीज (ovaries) से एण्ड्रोजन (androgen: पुरुष या मेल हॉर्मोन) का उत्पादन सामान्य से अधिक होने लगता है, जबकि यह महिलाओं में आमतौर पर कम मात्रा में होना चाहिए।
इस हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण ओवरीज ठीक से एग रिलीज़ नहीं कर पाती हैं और ओव्यूलेशन की प्रक्रिया सही से नहीं हो पाती है, जिसके कारण पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। अनियमित ओव्यूलेशन के कारण ओवरीज में कई थैलियां (सिस्ट) विकसित हो जाती हैं। इस कंडीशन को पीसीओएस कहते हैं।(Home remedy for PCOD)
पीसीओडी का कारण:
इंसुलिन रेसिस्टेन्स या ग्लूकोज़ का अधिक होना
हाई एण्ड्रोजन लेवल होना
लो ग्रेड इंफ्लामेशन होना
आनुवंशिक कारण
पीसीओडी के लक्षण:
अनियमित पीरियड्स
अधिक ब्लीडिंग होना
चेहरे पर असामान्य बालों का विकास
मुँहासे
स्किन का डार्क होना
मोटापा
मेल पैटर्न बाल्डनेस
इनफर्टिलिटी
पीसीओएस का निदान
आपके डॉक्टर पीसीओएस का निदान करने के लिए आपको निम्न टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं:
पैल्विक टेस्ट
ब्लड टेस्ट
अल्ट्रासाउंड
क्या पीसीओडी का घरेलू उपचार संभव हैं?
पीसीओडी कैसे ठीक करें, पीसीओडी से ग्रसित महिलाओं के मन में ये सवाल आना स्वाभाविक है। पीसीओडी एक ऐसी कंडीशन है जिसको ठीक नहीं किया जा सकता है, बल्कि सिर्फ मैनेज किया जा सकता है।
वहीं, घरेलू उपायों से इसके लक्षणों जैसे - अनियमित पीरियड्स, इन्सुलिन रेजिस्टेंस (insulin resistance - सेल्स का इन्सुलिन के प्रति प्रतिक्रिया बंद कर देना), मुंहासे, पीरियड्स के दर्द से राहत मिल सकती है। हालांकि, ध्यान रहे इनसे जुड़े शोध सीमित हैं और इन्हें पीसीओडी का ट्रीटमेंट न समझें।
पीसीओडी का घरेलू उपचार
1. दालचीनी
पीसीओडी के घरेलू उपाय में दालचीनी बहुत असरदार हो सकती है। दालचीनी का अर्क इंसुलिन रेजिस्टेंस पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। दरअसल, दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकता है। वहीं, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कई क्रॉनिक कंडीशंस का कारण बनता है, जिनमें से एक टाइप 2 डायबिटीज भी है। टाइप 2 डायबिटीज डायबिटीज में पीसीओएस का रिस्क अधिक होता है।
इसके अलावा, एंटीऑक्सिडेंट्स पीसीओएस में एण्ड्रोजन के स्तर को भी कम कर, पीसीओएस के लक्षणों को कम कर सकता है।
2. हल्दी
हल्दी में एक बहुत एक्टिव तत्व होता है, जिसे करक्यूमिन (curcumin) कहा जाता है। हल्दी इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने और एंटी इन्फ्लामेट्री एजेंट के रूप में काम कर सकती है। हल्दी आपके पीरियड्स को समय पर लाने में भी उपयोगी हो सकती है। एंटी इन्फ्लामेट्री गुण होने के कारण यह मुंहासों के लिए भी लाभकारी हो सकती है।
3. कॉड लिवर ऑयल
कॉड लिवर ऑयल में विटामिन A और D के साथ-साथ ओमेगा -3 फैटी एसिड की भी अधिक मात्रा पाई जाती है। ये एसिड पीरियड्स को नियमित करने में और कमर के आसपास के मोटापे को भी कम करने में मदद कर सकते हैं। (Home remedy for PCOD) दरअसल, पीसीओडी में फैट और वजन बढ़ने का जोखिम भी अधिक होता है। ऐसे में वजन और फैट को नियंत्रित कर इस समस्या को काफी हद तक मैनेज करने में मदद मिल सकती है।
4. अश्वगंधा
अश्वगंधा को "भारतीय जिनसेंग" भी कहा जाता है। यह कोर्टिसोल (cortisol - स्ट्रेस हॉर्मोन) के लेवल को संतुलित करने में मदद कर सकता है, जो पीसीओएस सम्बन्धी तनाव और अन्य लक्षणों में सुधार कर सकता है। दरअसल, तनाव के कारण पीसीओएस के लक्षण और ज़्यादा खराब हो सकते हैं व यह कंडीशन भी काफी खराब हो सकती है। ऐसे में पीसीओडी में स्ट्रेस को मैनेज करना काफी जरूरी है।
5. मुलेठी
मुलेठी पौधे की जड़ में ग्लाइसीर्रिज़िन (glycyrrhizin) नामक एक यौगिक होता है, जिसमें कई यूनिक प्रॉपर्टीज होती हैं। मुलेठी की जड़ें एक एंटी-इन्फ्लामेट्री एजेंट के रूप में काम करती हैं। (Home remedy for PCOD) यह शुगर को मेटाबोलाइज करने और हार्मोन को संतुलित करने में मदद कर सकता है। आप मुलेठी पाउडर का काढ़ा बनाकर चाय की तरह उसका सेवन कर सकते हैं।
6. प्रोबायोटिक्स
प्रोबायोटिक्स न केवल आपके पाचन और आंत के स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद करते हैं। वे पीसीओएस के इलाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इससे सूजन कम हो सकता है और एण्ड्रोजन और एस्ट्रोजन (androgen and estrogen) जैसे सेक्स हार्मोन को नियंत्रित किया जा सकता है। आप प्रोबायोटिक्स के लिए दही को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।(Home remedy for PCOD)
नोट: पहली बार इनमें से किसी उपाय को आजमाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर बात करें। खासतौर से जब आप किसी प्रकार की दवा ले रहे हैं।
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