ChatGPT बना फ्रॉड का अड्डा! भूलकर भी डाउनलोड न करें ये AI एप्स
ChatGPT: एआई चैटबॉट ChatGPT ऑनलाइन धोखाधड़ी और फ्रॉड का नया जरिया बन गया है। हाल के समय से AI आधारित टूल ChatGPT और गूगल के Bard पर बहस चल रही है। ऐसे में लोग ऑफिशियल लॉन्च से पहले ही AI एप्स का उपयोग करना चाहते हैं। इसका लाभ हैकर्स उठा रहे हैं। दरअसल, आजकल मार्केट में कई AI एप्स मौजूद हो गए हैं। हैकर्स ने विभिन्न प्रकार के AI आधारित फ्रॉड एप्स लॉन्च किए हैं, जो AI एप्स में लॉगिन के नाम पर यूजर्स से विभिन्न निजी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं, जो बाद में ऑनलाइन धोखाधड़ी का कारण बन रहे हैं। चलिए जानते हैं कि आपको कौनसे एआई एप डाउनलोड नहीं करना है और किस तरह की सावधानी रखनी है।
डाउनलोड करने के पहले करें चेक
कोई भी एआई एप डाउनलोड करने के पहले उसके डेवलपर की जानकारी जरूर चेक करें। यदि कोई एप ChatGPT होने का दावा कर रहा तो उसका डेवलपर ओपनएआई होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं है तो ऐसे एप से आपको सावधान रहना चाहिए।
परमिशन देने से पहले करें वेरिफाइड
कई AI आधारित एप्स संदेहास्पद हो सकते हैं, जो यूजर्स की प्राइवेसी के लिए खतरा हो सकते हैं। आपको चैटजीपीटी के किसी भी एप को डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग और समीक्षा की जांच करनी चाहिए। यदि कोई एप बिना कारण माइक्रोफोन, कैमरा और स्टोरेज तक पहुंच चाहता है, तो वह खतरनाक हो सकता है।
अभी ऐसे इस्तेमाल कर सकते हैं ChatGPT
चैटजीपीटी के लिए भारत में फिलहाल कोई भी ऑफिशियल एप लॉन्च नहीं हुआ है। हालांकि, इसे स्मार्टफोन पर उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए Android और iOS यूजर्स को क्रोम, माइक्रोसॉफ्ट एज या सफारी जैसे ब्राउजर की मदद लेनी होती है।
कंपनी ने फिलहाल अमेरिकी आईफोन यूजर्स के लिए डेडिकेटेड एप लॉन्च किया है। जल्द ही कंपनी इसका एंड्रॉयड एप भी पेश कर सकती है। एप रोल आउट होने के बाद एंड्रॉयड यूजर्स गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से डाउनलोड कर सकेंगे।
फर्जी एप से रहें सावधान
ChatGPT की लॉन्चिंग के साथ ही कई फर्जी एआई एप प्ले स्टोर पर मौजूद हो गए हैं, जो चैटजीपीटी और जीपीटी-4 बेस्ड होने का दावा करते हैं। आपको इस तरह के एप से बचना है। बता दें कि ChatGPT ने फिलहाल आईफोन यूजर्स के लिए अपने एप को जारी किया है, जो कि अभी अमेरिकी यूजर्स के लिए ही उपलब्ध है। यानी कंपनी ने अब तक भारत में अपने कोई भी मोबाइल एप को पेश नहीं किया है।