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भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा करेंगे एकनाथ शिंदे! विधायकी भी नहीं जाएगी

Eknath Shinde will stake claim to form government with BJP! Legislature won't even go

 
भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा करेंगे एकनाथ शिंदे! विधायकी भी नहीं जाएगी

Haryana Update: Eknath Shinde: शिवसेना से बगावत करने वाले महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है। मंगलवार की सुबह सूरत के ला मेरिडियन होटल पहुंचने वाले एकनाथ शिंदे आज गुवाहाटी पहुंच गए हैं, जहां भाजपा के एक विधायक ने उनका वेलकम किया।
 

 

 

 

 

Eknath Shinde: Maharashtra minister Eknath Shinde, who rebelled against Shiv Sena, has claimed that he has the support of 40 MLAs. Eknath Shinde, who reached Surat's La Meridien Hotel on Tuesday morning, has reached Guwahati today, where a BJP MLA welcomed him.


 

एकनाथ शिंदे भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। हालांकि राज्य के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी कोरोना से संक्रमित हो गए हैं और अस्पताल में एडमिट हैं। मीडिया से गुवाहाटी में बात करते हुए एकनाथ शिंदे ने इसके संकेत भी दिए। उन्होंने कहा कि हमें 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है और जल्दी ही कुछ और हमारे साथ आ सकते हैं।
 

Eknath Shinde may stake claim to form the government with the BJP. However, the Governor of the state Bhagat Singh Koshyari has been infected with Corona and is admitted in the hospital. Talking to the media in Guwahati, Eknath Shinde also indicated this. He said that we have the support of more than 40 MLAs and soon some more may join us.


 

एकनाथ शिंदे ने शिवसेना नेता संजय राउत के उस आरोप भी खारिज किया कि ज्यादातर विधायकों को जबरदस्ती ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि किसी पर भी दबाव नहीं डाला गया। हमारे पास 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। उन्होंने कहा कि काम के लिए फंड न जारी होने के चलते विधायकों में नाराजगी थी। कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे एक अलग गुट बना सकते हैं और इससे विधायकों की सदस्यता भी नहीं जाएगी। इसकी वजह यह है कि उनके पास जरूरी दो तिहाई विधायकों का समर्थन है। पार्टी को तोड़ने के लिए 37 विधायक जरूरी हैं और इतने लोगों की बगावत पर विधायकों पर दल-बदल कानून लागू नहीं होगा।


 

Eknath Shinde also rejected Shiv Sena leader Sanjay Raut's allegation that most of the MLAs were taken forcibly. He said that no one was pressurized. We have the support of more than 40 MLAs. He said that there was resentment among the MLAs due to non-release of funds for the work. It is being said that Eknath Shinde may form a separate faction and this will not take away the membership of the MLAs.This is because he has the support of the required two-thirds of the MLAs. 37 MLAs are necessary to break the party and the anti-defection law will not apply to the MLAs on the rebellion of so many people.


 

बागी विधायकों संग जारी कीं तस्वीरें, 40 के समर्थन का दावा

सूरत से निकलने से पहले एकनाथ शिंदे ने बागी विधायकों के साथ तस्वीरें शेयर कीं। एकनाथ शिंदे ने मराठी न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि हमें 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन हासिल है। हम बालासाहेब ठाकरे के विचारों को आगे ले जाने वाले हैं। हम किसी के भी खिलाफ नहीं हैं, लेकिन बाला साहेब ठाकरे और आनंद दिघे की विचारधारा के लिए काम करना चाहते हैं। यही नहीं उद्धव ठाकरे की सरकार में एक और मंत्री संदीपन भुमरे ने कहा, 'हम एकनाथ शिंदे के साथ हैं और हम शिवसेना का एक अलग गुट बनाने पर विचार कर रहे हैं। हम महसूस कर रहे हैं कि मौजूदा हालात में काम नहीं हो पा रहे हैं। विधायकों को लगता है कि विकास के लिए फंड का सही आवंटन नहीं किया जा रहा है।'

Photos released with rebel MLAs, 40 claim support

Before leaving Surat, Eknath Shinde shared pictures with the rebel MLAs. Eknath Shinde while talking to Marathi news channel said that we have the support of more than 40 MLAs. We are going to take the thoughts of Balasaheb Thackeray forward. We are not against anyone but want to work for the ideology of Balasaheb Thackeray and Anand Dighe.Not only this, another minister in Uddhav Thackeray's government Sandipan Bhumre said, 'We are with Eknath Shinde and we are considering forming a separate faction of Shiv Sena. We are realizing that work is not being done in the current situation. MLAs feel that funds are not being allocated properly for development.

उद्धव पर एकनाथ शिंदे का सवाल

इस बीच एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के रवैये पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के चीफ ने एक तरफ मिलिंद नार्वेकर को मुझसे बातचीत के लिए भेजा है तो वहीं दूसरी तरफ विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया गया है। इसके अलावा मेरे पुतले जलाए गए हैं और मुझे बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नए विधायक दल के नेता की नियुक्ति नियमों से अलग है। इसके लिए सभी विधायकों की मीटिंग बुलानी चाहिए थी और ज्यादातर तो मेरे ही साथ हैं।  शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता के पद से हटाकर अजय चौधरी को यह जिम्मेदारी सौंपी है।
 

Eknath Shinde's question on Uddhav

Meanwhile, Eknath Shinde has also questioned the attitude of Uddhav Thackeray. He said that on one hand Milind Narvekar has been sent by the Chief of Shiv Sena to talk to me and on the other hand he has been removed from the post of Legislature Party leader. Apart from this, my effigies have been burnt and I am being defamed. He said that the appointment of the new Legislature Party leader is different from the rules. For this a meeting of all the MLAs should have been called and most of them are with me.Shiv Sena has entrusted this responsibility to Ajay Chaudhary by removing Eknath Shinde from the post of Legislature Party leader.

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