SP MLA House Arrest: अखिलेश यादव के घर पर पुलिस तैनात, विधायक ने कह डाली ऐसी बात, जानिए
SP MLAs House Arrest: प्रदर्शन से पहले ही सपा विधायकों को नजरबंद कर दिया गया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के घर को भी पुलिस ने घेर रखा है। सुबह से ही सपा विधायकों के घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई। समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर भी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
मानसून सत्र से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, किसानों आदि की समस्याओं को लेकर सपा विधायकों को चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन करना था।
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सपा कार्यकर्ता जोश में है ,
— SamajwadiPartyMedia (@MediaCellSP) September 14, 2022
भाजपा सरकार होश में आओ ,
जनता के सब्र को मत परखो ,
जनता का सब्र टूट गया तो तुम्हारी हुकूमत ध्वस्त हो जायेगी ,
समाजवादी पार्टी का तुम जितना दमन करोगे ,
समाजवादी पार्टी उतना आगे बढ़ेगी ,
क्योंकि तुम्हारे दमन ,तुम्हारे अत्याचार से डरते नहीं हैं समाजवादी pic.twitter.com/Akp2T5lHrX
प्रदर्शन से पहले ही सपा विधायकों (SP MLA) के घर के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। सपा का आरोप है कि विधायकों को घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है।
पार्टी ने इसकी घोर निंदा की है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) खुद ट्वीट कर सरकार पर तमाम आरोप लगा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने ट्वीट कर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) पर जमकर हमला बोला। कहा कि योगी जी आप पुलिस और सत्ता के बल तथा तानाशाही करके जनहित के मुद्दे पर धरना प्रदर्शन करने वाले विपक्षी विधायकों ,कवरेज करने वाले मीडिया बंधुओं को तो रोक सकते हैं लेकिन कल को जब जनता का हुजूम सड़कों पर उतरेगा तो आप क्या करेंगे। विपक्ष जनता की आवाज है ,जनता की आवाज मत दबाइए।
समाजवादी पार्टी की ओर से किए गए दूसरे ट्वीट में कहा गया कि, 'जब निरंकुश और तानाशाह सत्ता बेकाबू होती है तो जनता की बगावत अंगड़ाई लेती है। जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों पर आपातकाल की एक घटना दशकों पहले हुई थी जिसने तत्कालीन सत्ता को उखाड़ फेंका था। इतिहास वापिस और दोहराव के मुहाने पर आ गया है।
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बता दें कि सपा विधानमंडल दल के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने बताया था कि सपा विधायक यूपी में ध्वस्त कानून व्यवस्था (Demolished Law And Order), बढ़ती महंगाई (Rising Inflation), बेरोजगारी (Unemployment), पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुए फर्जी मुकदमे, सूखा संकट, गन्ना किसानों के बकाया भुगतान, किसानों की आत्महत्या समेत अन्य मुद्दों को लेकर 18 सितंबर तक प्रतिदिन 11 बजे से दो बजे तक धरना देंगे।
हुकूमत से कह दो ,
— SamajwadiPartyMedia (@MediaCellSP) September 14, 2022
हम डरते नहीं ,
क्योंकि हम हैं "समाजवादी"
जनता की आवाज थे ,आवाज हैं ,आवाज रहेंगे ,
बुलंद आवाज में कहेंगे ,
भाजपा सरकार मुर्दाबाद✊
सुनो भाजपाइयों ! सुनो तानाशाहों !
ना डरते थे ,ना डरते हैं ,ना कभी डरेंगे ,
तुम्हारी हर तानाशाही का सड़क से सदन तक विरोध करेंगे ! pic.twitter.com/8bngZSGLqH
14 सितंबर यानी आज प्रदर्शन का नेतृत्व विधानमंडल दल के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय को करना था पर उन्हें नजरबंद कर दिया गया। वहीं, 15 सितंबर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, 16 को पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद एवं इंद्रजीत सरोज, 17 को पूर्व मंत्री राम अचल राजभर और 18 को धरने का नेतृत्व पूर्व नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी तथा पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह करेंगे।