Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पर करें ये उपाय,जीवन में आएगी खुशियां
Haryana Update: Janmashtami जो इस दिन के महत्व को बढ़ा रहा है. वृद्धि योग में कान्हा के साथ मां लक्ष्मी स्वरूप राधा रानी की पूजा से घर में सुख-समृद्धि (janmashtami 2022 upay) का वास होता है. सालों वर्ष पूर्व माता देवकी वासुदेव ने आधी रात को मथुरा की जेल में एक बालक को जन्म दिया था. ये भगवान विष्णु का आठवां अवतार श्रीकृष्ण थे.
भादो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में कान्हा ने जन्म लिया था. हर साल कृष्ण जयंती पर कान्हा का बाल स्वरूप की पूजा की जाती है. इस दिन कुछ उपाय करने से बेहद लाभ होता है. तो, चलिए जानते हैं कि वे उपाय (janmashtami 2022 chamatkari upay) कौन-से हैं.
Remedies for getting a child -
कृष्ण जन्माष्टमी पर भगावन श्रीकृष्ण के बालरूप की आराधना करने से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलने की मान्यता होती है. इस दिन घर पर गाय या बछड़े की मूर्ति को लाना चाहिए. कान्हा के साथ इनकी भी विधिवत पूजा करें. माना जाता है कि इससे संतान सुख प्राप्त होता है. इसके साथ ही संतान पक्ष की परेशानियां (janmashtami 2022 children upay) दूर होती है.
Remedies for wealth or prosperity -
माना जाता है कि जन्माष्टमी के दिन (lord Krishna) भगावन श्रीकृष्ण की पूजा में एक पान का पत्ता अर्पित करना चाहिए. इसके बाद पत्ते पर रोली से श्री यंत्र लिखें तिजोरी या फिर धन के स्थान पर रखना चाहिए. कहा जाता है कि इससे कभी भी दरिद्रता नहीं आती है. साथ ही धन में बढ़ोतरी भी होती है.
ऐसा माना जाता है कि जो कोई भक्त जन्माष्टमी के दिन सच्चे मन से बाल (laddu gopal) गोपाल की आराधना करता है. उसकी समस्त प्रकार की मनोकामनाएं (krishna janmashtami upay) पूरी होती हैं.
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Remedy for happiness and prosperity
जन्माष्टमी के दिन केसर या चंदन में गुलाब जल मिलाकर तिलक लगाएं. इसके साथ ही गोपी चंदन से कृष्ण का श्रृंगार करें. ऐसा माना जाता है कि इससे घर में सुख-समृद्धि आती है. मां लक्ष्मी की कृपा से धन की कमी नहीं होती है.
56 bhog
जन्माष्टमी के दिन भगवान को 56 भोग लगाएं. ऐसा करने से देवकी नंदन प्रसन्न होते हैं भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरा करते हैं.
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Abhishek of Shri Krishna
जन्माष्टमी पर दूध में केसर मिलाकर रात 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का अभिषेक करें. ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि, जीवन में ठहराव आता है आर्तिक स्थिति मजबूत होती है.