रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) भाई-बहन के प्यार का पवित्र त्योहार है. हर साल इस पर्व पर बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और इसके बदले भाई उन्हें उनकी रक्षा का वचन देता है.
इस बार रक्षाबंधन की तारीख को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति है. ऐसे में यदि आप भी कन्फ्यूज हैं तो अपने कन्फ्यूजन को आप दूर कर लीजिए. रक्षाबंधन का त्योहार इस साल 11 अगस्त यानी गुरुवार को देश भर में मनाया जाएगा.
काशी के जाने माने ज्योतिषी कन्हैया महाराज ने बताया कि सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का त्योहार मनाया जाता है. हिन्दू पंचाग के मुताबिक, इस साल गुरुवार यानी 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट से शुरू होकर अगले दिन सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक है. जिस तारीख में ज्यादा समय उदयातिथि मिलती है वो पर्व उसी दिन मनाया जाता है. ऐसे में इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त को ही मनाया जाएगा.
भद्रा में न बांधे राखी
कन्हैया महाराज ने बताया कि रक्षाबंधन के त्योहार पर भद्रा काल में बहनों को भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बांधनी चाहिए. गुरुवार को पूर्णिमा के साथ ही भद्राकाल की शुरुआत हो रही है जो रात में 8 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. ऐसे में रात 8 बजकर 30 मिनट के बाद बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकती हैं.
अभिजीत मुहूर्त में बांध सकते हैं राखी
इसके अलावा जो बहनें दूर रहती हैं वो सुबह 11 बजकर 37 मिनट के बाद से 12 बजकर 30 मिनट तक भी भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकती है. इस समय मे अभिजीत मुहूर्त है और ऐसी मान्यता है कि अभिजीत मुहूर्त में सभी तरह से दोष और भद्रा का असर नहीं होता, इसलिए इस समय में भी बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकती हैं.