सावधान! घर मे आने वाला है आर्थिक संकट, मिलते हैं ये 5 संकेत, क्या कहती है चाणक्य नीति?
Haryana update, Religious News: आचार्य चाणक्य को अर्थशास्त्र, राजनीति और कूटनीति का अच्छा जानकार कहा जाता है। नैतिकता के क्षेत्र में उन्होंने मानव जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर व्याख्यान दिए और नीतियाँ जारी कीं। जिन्हे हम चाणक्य नीति (Chanakya Niti) कहते हैं।
इन दिशानिर्देशों का पालन करने से समुदाय और घर में आपका जीवन आसान हो जाएगा। आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से एक में उन्होंने बताया कि बुरे दिन आने से पहले घर में पांच संकेतों को कैसे पहचानें।
जी हां, आचार्य चाणक्य ने भी अपने मन की बात कही कि लोगों को अपने आसपास होने वाली कुछ घटनाओं पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि जब भी कोई आर्थिक संकट आता है तो उन्हें इसका संकेत मिल जाता है। तो आइए जानते हैं क्या हैं ये संकेत...
1. तुलसी के पौधे का सूख जाना
तुलसी के पौधे को पूजनीय पौधा माना जाता है। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि घर में तुलसी का पौधा लगाने से घर में सुख-शांति आती है, लेकिन जब वह सूखने लग जाये, बहुत सावधानी के बावजूद भी तुलसी हरी भरी ना हो, तो यह भविष्य में आर्थिक संकट (Home Crisis) का संकेत है।
2. गृह क्लेश
जब घर में अचानक तनाव बढ़ जाता है और बिना किसी कारण के छोटी-छोटी बातों पर बहस छिड़ जाती है, तो ये सभी आने वाले वित्तीय संकट की ओर इशारा करते हैं। हालांकि गृह क्लेश वास्तु दोष और ग्रह दोष के कारण भी होता है।
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3. बार बार शीशे का टूटना
घर में बार-बार शीशा टूटना दरिद्रता और धन हानि का संकेत देता है। अपने आसपास के लोगों के प्रति जागरूक और सचेत रहें।
4. पूजा पाठ नहीं करना या बंद करना
यदि घर में पूजा न हो या पूजा करने की इच्छा न हो तो इसका अर्थ है सुख-समृद्धि में कमी। चाणक्य ने कहा कि संकेत आसन्न आर्थिक संकट की ओर इशारा करते हैं। क्योंकि पूजा के बिना न सुख है और न समृद्धि।
5. बड़ों का अनादर करना
घर के बड़ों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। क्योंकि बड़े हमें आशीर्वाद देते हैं, लेकिन अगर हम उनका सम्मान नहीं करते हैं, तो वे दुखी हो जाते हैं और जो लोग बड़ों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं, वे जीवन में कभी खुश नहीं रह पाते। यह भी आर्थिक संकट का संकेत है।