संकीर्तन रामायण: ये 8 चौपाइयाँ देती है सभी संकटों से छुटकारा
संकीर्तन रामायण (Sankirtan Ramayan) चौपाइयाँ
(Ramayan Chaupai) (Ramayan Quotes in Hindi)
सर्व संकट को दूर करने के लिए रामायण चौपाई
दीनदयाल बिरिदु सम्भारी।
हरहु नाथ मम संकट भारी।
रोजगार के लिए प्रार्थना
विस्व भरण पोषण कर जोई।
ताकर नाम भरत जस होई।।
सफल यात्रा के लिए रामायण चौपाई
प्रबिसि नगर कीजै सब काजा।
ह्रदय राखि कोसलपुर राजा।।
जल्दी विवाह के लिए रामायण चौपाई
तब जन पाई बसिष्ठ आयसु ब्याह। साज सँवारि कै।।
मांडवी, श्रुतकी, रति, उर्मिला कुँअरि लई हंकारि कै।।
ज्ञान के लिए रामायण चौपाई
गुरु गृहँ गए पढ़न रघुराई।
अलप काल विद्या सब आई॥
सफल परीक्षा के लिए रामायण चौपाई
जेहि पर कृपा करहिं जनु जानी।
कबि उर अजिर नचावहिं बानी॥
मोरि सुधारिहि सो सब भाँती।
जासु कृपा नहिं कृपाँ अघाती॥
आलस्य दूर करने के लिए
हनुमान तेहि परसा कर पुनि कीन्ह प्रणाम।
राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम।।
सर्व मनोरथ पूर्ण हेतु चौपाई
भव भेषज रघुनाथ जसु,सुनहि जे नर अरू नारि।
तिन्ह कर सकल मनोरथ सिद्ध करहि त्रिसिरारि।।
भगवान राम की कृपा हेतु चौपाई
जिस पर कृपा राम की होई ।
तिस पर कृपा करत सभ कोई॥
श्री रामायण संकीर्तन: इसे पढ़ें और पाएँ संपूर्ण रामायण (Ramayana) पढ़ने का फल