खतरे के निशान से ऊपर ब्रह्मपुत्र नदी
Haryana Update: असम इन दिनों भारी बारिश के कारण बाढ़ की गिरफ्त में हैं, हालांकि राहत और बचाव का कार्य लगातार जारी है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस वक्त राज्य के 24 जिलों में बाढ़ आई हुई है जिनसे 2,02,385 लोग प्रभावित हुए हैं।
बारिश की वजह से अब तक 7 लोगों की मौत हुई है और कई लोग अभी भी लापता हैं, जिनके बारे में पता लगाने की कोशिशें जारी हैं। इस प्राकृति आपदा ने जिन जिलों में कहर बरसाया है उनके नाम हैं बाजाली, बक्सा, विश्वनाथ, कछार, चराईदेव, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, दीमा हसाओ, होजई, कामरूप, कार्बी आंगलोंग पश्चिम, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, नगांव, नलबाड़ी, सोनितपुर, तामूलपुर और उदलगुरी। बाढ़ से सबसे ज्यादा तहस-नहस होजई जिला हुआ है, यहां पर बाढ़ 78,157 लोग प्रभावित हुए हैं जबकि इसके बाद कछार का नंबर है, जहां 51,357 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
#WATCH Floodwaters inundate new areas in Nagaon's Kampur area of Assam affecting 16,000 people pic.twitter.com/2ycTkYZaZX
— ANI (@ANI) May 17, 2022
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को बाहर निकालने का काम सेना की ओर से लगातार किया जा रहा है। इस वक्त राज्य के सात जिलों में 55 राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां अभी तक कुल 32,959 लोगों को पहुंचाया गया है, तो वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 12 राहत वितरण केंद्र भी बनाए गए हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक ब्रह्मपुत्र नदी नेमाटीघाट और कामपुर में दोनों जगह खतरे के निशान से अभी भी ऊपर ही बह रही है।
भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है, जिससे कई इलाकों का संपर्क टूट गया है। बहुत सारे स्थानों में लाइट ना होने के कारण राहत और बचाव कार्य भी पूरी तरह से पहुंच नहीं पा रहे हैं। न्यू कुंजंग, फियांगपुई, मौलहोई, नामजुरंग, दक्षिण बगेतार, महादेव टीला, कालीबाड़ी, उत्तरी बगेतर, सिय्योन और लोदी पंगमौल गांवो से भूस्खलन की सूचना है। बारिश के कारण रेल की पटरियों पर पानी भर गया है, जिससे यातायात और आवाजाही भी प्रभावित हुई है।
आपको बता दें कि असम, मेघालय, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में लगातार कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। आज भी मौसम विभाग ने इन राज्यों में भारी बारिश की चेतवानी दी है और Orange Alert जारी किया है।