logo

Weather Update: मौसम विभाग ने दी राहत भरी खबर, जानिए हरियाणा में कब होगी बारिश

Hisar Desk. दो दिन से बदली हवा की दिशा के बाद मौसम में नमी की मात्रा में मामूली सुधार हुआ है। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अगले दो दिन तक मौसम में ज्यादा परिवर्तन देखने को नहीं मिलेगा।
 
मौसम विभाग ने दी राहत भरी खबर, जानिए हरियाणा में  कब होगी बारिश

Haryana Update. क्षेत्र में बादल छाने व तेज हवा चलने का सिलसिला जारी रह सकता है। हालांकि देश के पूर्वी हिस्सों में प्री मानसून की गतिविधियां देखी जा रही हैं, गरज के साथ छींटे पड़ रहे हैं, लेकिन उत्तर के भागों को अभी इस राहत के लिए इंतजार करना होगा।

 

 

इस समय बंगाल की खाड़ी से आने वाली दक्षिण पश्चिमी हवाएं पूर्वोत्तर भारत में नमी बनाए हुए है। एक टर्फ रेखा उत्तर पश्चिमी राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल होते हुए मणिपुर तक फैली हुई है।


वहीं दूसरी ओर उत्तरी अंडमान सागर में अब कभी भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने के लिए तैयार है। चार मई तक, सिस्टम कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है, उसी दिन एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है। पांच मई तक सिस्टम डीप डिप्रेशन बन सकता है, उसके बाद डीप डिप्रेशन बन सकता है।

Also read this News-Haryana में सरकारी नौकरियों के लिए बढ़ाई गई उम्रसीमा , छह मई से लागू होंगे नियम

छह मई तक सिस्टम के साइक्लोन बनने की उम्मीद है। तूफान तेज होगा और अराकान तट के साथ आगे बढ़ेगा, और संभवतः ताकत हासिल करता रहेगा। इस बार जो चक्रवात बनेगा उसे असानी कहा जाएगा। यह लगातार तीसरी मई है जब मई में एक चक्रवात आने की संभावना है। जिसमें 2020 में अम्फान को देखा गया जिसने पश्चिम बंगाल को सुपर साइक्लोन के रूप में प्रभावित किया, 2021 ने यास को देखा जिसने ओडिशा को प्रभावित किया।


देशभर में यह बना हुआ है मौसमी सिस्टम

मौसम विभाग के मुताबिक इस समय पश्चिमी हिमालय पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है और एक दूसरा पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान पर बना हुआ है। प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भाग और पंजाब के आसपास के हिस्सों में है।

Also Read This News-Haryana Raodways मे निकली भर्तियाँ, यहाँ करें आवेदन

एक टर्फ रेखा मध्य पाकिस्तान और इससे सटे पंजाब पर बने हुए चक्रवाती क्षेत्र से उत्तर प्रदेश और बिहार होते हुए उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल तक फैली हुई है। एक अन्य टर्फ रेखा उत्तर प्रदेश के मध्य भागों से पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना होते हुए रायलसीमा तक फैली हुई है।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now