Haryana News: अब किसान हो जाए खुश, जापान की सहायता से सरकार बनाएगी 400 पैक हाऊस
Haryana News: जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी द्वारा हरियाणा के करीब 400 पैक हाउस के निर्माण को मंजूरी दे दी गई है, यह सहमती हरियाणा के किसान कल्याण मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल द्वारा पहल करने पर मिली। इस प्रोजेक्ट के लिए जेआईसीए द्वारा 1900 करोड़ रुपये के ज्यादा बड़े पीरियड के ऋण के लिए समझौता प्रस्ताव को पूरा किया।
इस बारे में आज जेआईसीए के एक पाँच मेंबर के शिष्टमंडल द्वारा श्री जेपी दलाल से मीटींग की व पैक हाउस निर्माण के लिए जो सर्वे किया जाएगा, उसके आधार पर फैक्ट फाइंडिग रिपोर्ट पर इस कडी में आज जेआईसीए के एक पांच सदस्यीय शिष्टमण्डल ने श्री जेपी दलाल से मुलाकात की और पैक हाऊस बनाने के लिए किए गये सर्वे के आधार पर फैक्ट फाइंडिग रिपोर्ट पर प्रेजेंटेशन दी। फसल के डाईवर्सीफिकेशन की डायरेक्शन में यह हरियाणा सरकार द्वारा की गई बड़ी पहल है। पिछले दिनों में श्री जेपी दलाल द्वारा की गई लीडिंग में एक शिष्टमण्डल को जापान भेजा गया था व वहां पर मौजूद फल व सब्जियों की मडियो को अध्ययन किया गया। अब जेआईसीए द्वारा हरियाणा में कोल्ड चेन, पैक हाऊसिस, ई-मार्केटिंग व इनफार्मेशन शेरिंग, क्रोप ई-मार्केट व डाटा कम्युनिटी प्लेटफार्म के लिए प्रपोजल बनाया गया। केरल के कोच्चि विश्वविद्यालय की साहयता से महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल में इन्टरनेट ऑफ़ प्लांट्स पर काम किया जाएगा। उद्देश्य है कि किसानों का रुझान धान, गेंहू जैसी फसलो से फल व सब्जियों की ओर बढाना है ताकि कमाई को बढाया जा सकें।
जेपी दलाल द्वारा बताया गया कि पैक हाउस बनाने के लिए इंटरनेशनल लेवल पर प्रोजेक्ट मेनेजर को नियुक्त किया जाएगा। 2024-2028 तक प्रोजेक्ट के पहले स्टेप को पूरा किया जाएगाव 2029-2033 तक दुसरे स्टेप को। उन्होनें बताया कि हमारा उद्देश्य किसान की पैदावार को खेत से सीधे इंटरनेशनल मार्केट तक पहूँचाना है। परंतु इसके लिए पैकेजिंग, ब्रांडिंग व साधन की मैनेजमेंट पर ज्यादा फोकस किया जाना चाहिए व पैक हाउस कोल्ड चोन व वेल्यू चेन को लाए बिना यह पोसिबल नही है।
कृषि व किसान कल्याण डिपार्टमेंट के प्रदान सचिव श्री विजेंद्र कुमार, बागवानी डिपार्टमेंट के के प्रधान सचिव श्री विजेंद्र कुमार, बागवानी विभाग के डायरेक्टर जनरल श्री अर्जुन सैनी के साथ-साथ डिपार्टमेंट के दुसरे अधिकारी भी मौजूद थे।