Haryana News: पुलिस ने समझाया जानें कैसे करें नकली नोटो की पहचान
Haryana News: हरियाणा पुलिस और भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आज हरियाणा 112 के ऑडिटोरियम में "नकली नोटों की पहचान तथा प्रचलन पर समग्र नियंत्रण" पर राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।
मुख्य अतिथि के रूप में, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साइबर श्री ओ.पी. सिंह ने कार्यक्रम में नकली नोटों की पहचान और साइबर सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा की।
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RBI के रीजनल डायरेक्टर श्री विवेक श्रीवास्तव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। प्रदेश के अनुसंधान अधिकारियों सहित पुलिस विभाग के अधिकारियों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री ओ.पी. सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साइबर, ने कहा कि नकली नोटों को पहचानने में मानव त्रुटि (ह्यूमन एरर) की संभावना अधिक होती है, इसलिए इनकी पहचान सॉफ्टवेयर-आधारित मशीन से की जानी चाहिए।
इस दौरान, उन्होंने AI को महत्वपूर्ण बताया। विभिन्न देशों में नकली नोट पहचानने के अत्याधुनिक उपकरणों और तकनीकों के बारे में उन्होंने कार्यक्रम में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
उनका कहना था कि नकली नोटो की पहचान करने और इसके प्रसार को नियंत्रित करने की जरूरत है, जिससे सभी लोग एक साथ काम करें।
उन्हें प्रशिक्षण कार्यक्रम में साइबर अपराध रोकने के बारे में भी बताया गया था। उनका कहना था कि साइबर अपराध, जिसमें तकनीक का इस्तेमाल करते हुए लोगों से रुपयों की ठगी की जा रही है, आज एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है।
उनका कहना था कि बैंक और पुलिस इस दिशा में बेहतर कार्य योजना बनाकर साइबर अपराध मामलों को कम कर सकते हैं। उन्होंने बैंक कर्मियों को बताया कि लोगों की मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखना सबका कर्तव्य है। इस दौरान, उन्होंने साइबर अपराध कम करने के लिए पुलिस द्वारा किए जा रहे प्रयासों का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि वे अपने ग्राहकों के बैंक खातों में साइबर हमलों को रोकने के लिए अपनी सुरक्षा प्रणाली को और अधिक मजबूत करने के लिए आवश्यक उपायों को करें। इस अवसर पर, उन्होंने बैंक कर्मियों से आरबीआई द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन करने की अपील भी की।
आरबीआई के रीजनल डायरेक्टर श्री विवेक श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नकली नोटों के प्रचलन को कम करने के लिए एक बेहतर कार्य योजना की आवश्यकता है। इसके लिए आम आदमी भी जागरूक होना चाहिए।
RBI द्वारा नकली नोटों को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी प्रशिक्षण में बताया गया।
उनका कहना था कि हमारा लक्ष्य है कि नकली नोटों की बिक्री को कम करना और वैध नोटों ही बाजार में उपलब्ध रहें। बैंक कर्मियों को उन्होंने कहा कि यदि उनके बैंक में कोई नकली नोट आता है तो उसे ग्राहक को वापस नहीं देना चाहिए, बल्कि इसकी रिपोर्ट करना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने ला एनफोर्समेंट का महत्व भी बताया।
RBI से विषय विशेषज्ञ श्री मुनीष खन्ना ने भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किए। उसने कहा कि नकली नोट हमारे देश के समाज और अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव डालते हैं। व्यापार, विदेशी व्यापार और समग्र आर्थिक गतिविधियां इससे प्रभावित होती हैं।
पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर के निर्देशानुसार, पुलिस विभाग ने प्रस्ताव बनाया कि जांच अधिकारियों के लिए नियमित रूप से आरबीआई के सहयोग से प्रशिक्षण शिविर हरियाणा पुलिस अकादमी करनाल, सुनारिया, रोहतक और पुलिस प्रशिक्षण एवं अनुसंधान केंद्र भोंडसी में आयोजित किए जाएं।
RBI प्रस्ताव को स्वीकार करेगा, क्षेत्रीय निदेशक श्री विवेक श्रीवास्तव ने कहा।
RBI टीम ने प्रशिक्षण के दौरान हरियाणा 112 में साइबर हेल्पलाइन 1930 के कार्यालय भी देखा। इस दौरान उन्होंने इस दिशा में हरियाणा पुलिस द्वारा किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की।
आरबीआई के अधिकारियों और बैंकों के अधिकारियों को एसपी साइबर श्री अमित दहिया ने हेल्पलाइन नंबर पर तैनात कर्मियों की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से बताया।
आरबीआई ने इस दौरान हरियाणा पुलिस से सुझाव मांगे कि वे बैंकिंग सिस्टम में सुधार करके साइबर अपराध से ग्राहकों को बचाने के लिए क्या कर सकते हैं।
RBI के महाप्रबंधक श्री पंकज सेतिया, RBI के विषय विशेषज्ञ श्री मनीष खन्ना और RBI के श्री रितेश विशेष रूप से इस अवसर पर उपस्थित थे।